गोरखपुर: जिले में गोरखा युद्ध स्मारक स्थापित है. यह न सिर्फ गोरखा रेजीमेंट के सैनिकों के शौर्य और बलिदान को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह सेना के प्रति युवाओं को भी प्रेरित करता है, जो भी इसे देखता है उसके अंदर इन वीर जवानों के प्रति सम्मान का भाव बढ़ जाता है. गोरखा रेजीमेंट के बहादुरी के किस्से भी खूब हैं. इन बलिदानियों के अदम्य साहस की कहानी लोग 15 अगस्त, 26 जनवरी, कारगिल विजय दिवस पर खूब सुनते हैं. लेकिन, अब यह सब एक व्यवस्थित रूप में लाइट एंड साउंड शो के जरिए लोगों को देखने को मिलेगा.
लाइट एंड साउंड शो का प्रस्ताव मंजूर: योगी सरकार अब इसकी औपचारिक व्यवस्था करने जा रही है. गोरखा रेजीमेंट के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से मिलकर गोरखा स्मारक स्थल के सुंदरीकरण का अनुरोध किया था. जिसपर पर्यटन निगम ने इसे और अद्भुतरूप देते हुए लाइट एंड साउंड शो का प्रस्ताव बनाया. इस पर करीब 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे. उप निदेशक पर्यटन रविंद्र मिश्रा ने बताया है, कि जल्द ही इसका डीपीआर तैयार कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा. कोशिश होगी, कि जल्द निर्माण शुरू हो.
पर्यटन विभाग ने इसके साथ ही एक और साउंड एंड लाइट शो का प्रस्ताव तैयार किया है. जिसमें गोरखनाथ मंदिर में भी एक लाइट एंड साउंड शो शुरू होगा. इस पर भी करीब 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे. मौजूदा समय में मंदिर में स्थित भीम सरोवर में वाटर स्क्रीन पर लाइट एंड साउंड शो दिखाया जाता है. लेकिन, नया शो मंदिर परिसर में बने मुक्तकाशी मंच पर दिखाया जाएगा.
उपनिदेशक ने बताया, कि गोरखा युद्ध स्मारक और गोरखनाथ मंदिर में लाइट एंड साउंड शो लगाए जाने के बाद, शहर में इसकी संख्या चार हो जाएगी. वर्तमान में रामगढ़ ताल के नौकायन पर वाटर स्क्रीन पर लाइट एंड साउंड शो के जरिए शहर का इतिहास प्रदर्शित किया जाता है. जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं. उन्होंने बताया, कि पर्यटन विभाग के दोनों प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद इन दोनों प्रोजेक्ट से जुड़ी स्क्रिप्ट लिखवाने की योजना बना ली गई है.
शहीद सैनिकों के पराक्रम को किया जाएगा याद: विभाग के मुताबिक गोरखा युद्ध स्मारक स्थल पर दिखाए जाने वाले शो की स्क्रिप्ट लिखवाने का आग्रह गोरखा रेजीमेंट से किया जाएगा. जबकि गोरखनाथ मंदिर में संचालित होने वाले शो की स्क्रिप्ट लिखवाने का प्रयास मंदिर प्रबंधन से होगा. ऐसा करने के पीछे पर्यटन विभाग का तर्क है, कि इससे रेजीमेंट और नाथ पंथ के इतिहास के सही तथ्यों का प्रस्तुतीकरण होगा. भारत - नेपाल मैत्री संघ के अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा, कि योगी सरकार की स्वीकृति से निश्चित रूप से गोरखा युद्ध स्मारक स्थल, लोगों के जेहन में वीर शहीद सैनिकों की याद और पराक्रम को ताजा करेगा.
अनिल गुप्ता ने आगे कहा, कि प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद स्टीमेट स्वीकृत होते ही डीपीआर तैयार कराया जाएगा. इसकी स्वीकृति होते ही धन प्राप्त होगा. जिसके बाद गोरखा युद्ध स्मारक स्थल के सुंदरीकरण और लाइट एंड साउंड शो के निर्माण का कार्य पर्यटन विभाग शुरू कर देगा. गोरखा रेजीमेंट से जुड़े हुए और नेपाली मूल के तमाम ऐसे शहीद सैनिक और सेना के अधिकारी रहे हैं, जिनका गोरखा युद्ध स्मारक स्थल बड़ा स्वरूप पेश करता है.
इसीलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर गोरख स्मारक स्थल के सुंदरीकरण और लाइट एंड साउंड शो को शुरू करने का आग्रह गोरखा रेजीमेंट से जुड़े अधिकारियों ने किया था. जिसकी स्वीकृतियां मिली है. प्रस्ताव के मुताबिक लाइट एंड साउंड शो का संचालन कूड़ाघाट स्थित गोरखा युद्ध स्मारक स्थल पर होगा. जिसके क्रम में पर्यटन केंद्र द्वारा विकसित किए जाने के लिए स्मारक स्थल का निरीक्षण भी किया जाएगा. इस कार्य में करीब 10 करोड़ रुपये अनुमानित खर्च करने पर शासन से सहमति प्रदान कर ली गई है.
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