गोरखपुर : हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए गोरखपुर एम्स आगामी समय में बड़ा सहारा बनेगा. प्राइवेट अस्पतालों में महंगे इलाज के साथ, लखनऊ और दिल्ली की दौड़ लगाने वाले मरीजों और उनके परिजनों को इससे काफी राहत मिलेगी. बहुत जल्द एम्स में कैथ लैब और कार्डियोलॉजी इन पेशेंट डिपार्टमेंट, कार्डियक केयर यूनिट की स्थापना की जाएगी. इसमें मरीजों की देखभाल का पूरा इंतजाम होगा. वहीं इसके पूर्व यहां हृदय रोग के इलाज के लिए ओपीडी की शुरुआत सिंगल डॉक्टर के सहारे शुरू हो गई है.
कैथ लैब की सुविधा के साथ बहुत जल्द दो और डॉक्टरों की तैनाती की प्रकिया अंतिम चरण में है. इस सुविधा को विकसित करने के लिए यहां हृदय रोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. प्रवीण चंद्रा निरीक्षण कर इसके लिए मार्गदर्शन दे चुके हैं. इसके बाद एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण ने इस पर काम तेज कर दिया है. उनका कहना है कि हृदय रोग के 2 विशेषज्ञ डॉक्टर बहुत जल्द ज्वाइन करने वाले हैं. इससे एम्स में दिल संबंधी बीमारियों का बेहतर इलाज हो सकेगा.
अत्याधुनिक कार्डियोलॉजी यूनिट की स्थापना पर काम शुरू : डॉ. प्रवीण चंद्रा वरिष्ठ कार्डियोलॉजी सर्जन हैं. उनके सलाह और निर्देशन में एम्स गोरखपुर में कैथ लैब की स्थापना होगी. उन्होंने हृदय रोगियों के उपचार और अत्याधुनिक सुविधा की जानकारी एम्स प्रशासन को सुझाए हैं. पैरामेडिकल स्टाफ से बातचीत कर भी उनका मार्गदर्शन किया है. अत्याधुनिक कार्डियोलॉजी यूनिट की स्थापना को लेकर उनकी सिफारिश पर एम्स प्रशासन ने काम करना शुरू कर दिया है. इससे पूर्वांचल के मरीजों को आने वाले समय में कार्डियक क्षेत्र में इलाज की बेहतरीन सुविधा प्राप्त होगी.
डॉक्टरों का किया जा चुका है चयन : डॉक्टर गोपाल कृष्ण ने कहा है कि डॉक्टर चंद्रा के फीडबैक के आधार पर गोरखपुर में कार्डियोवैस्कुलर देखभाल की गुणवत्ता को आगे बढ़ाने की भूमिका तय हो गई है. उनके मार्गदर्शन में हृदय रोगियों के उपचार से जुड़ी सेवा और देखभाल के उच्चतम मानकों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हृदय रोग विभाग संचालित करने के साथ ही यहां पर 2 डॉक्टरों के चयन के लिए साक्षात्कार भी पूर्ण हो चुका है. प्रोफेसर डॉक्टर भानु दुग्गल और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर डॉक्टर आशुतोष प्रसाद त्रिपाठी का चयन किया गया है.
असिस्टेंट प्रोफेसर आफ कार्डियोलॉजी के पद पर डॉक्टर धनंजय मिश्रा को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है. महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश की ओर से इसके लिए एक हृदय रोग विशेषज्ञ को पहले से ही तैनाती दी गई है. इसके आधार पर ओपीडी संचालित हो रही है. यह सप्ताह में सिर्फ सोमवार को ही संचालित हो रही है. डॉक्टरों की तैनाती के साथ एम्स गोरखपुर का हृदय रोग विभाग काफी मजबूत हो जाएगा. जिन सुविधाओं के लिए डॉक्टर चंद्रा ने सुझाव दिया है उससे यह अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में भी कामयाब होगा.