गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज में विदेश भेजने के नाम पर फर्जी वीजा देने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने तकिया याकूब गांव के बाईपास से गिरफ्तार किए गए दो अभियुक्तों के पास से 12 पासपोर्ट बरामद किये हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान इश्तेखार आलम और तौफिक अली के रूप में की गई है. ये दोनों कुचायकोट थाना क्षेत्र के महुआवा गांव के रहले वाले हैं. पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है.
कैसे हुई गिरफ्तारीः सिवान जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र के सिपार गांव निवासी गुरुशरण प्रसाद के बेटा प्रतुम कुमार ने आवेदन देकर दो लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. आरोप लगाया Le कि विदेश भेजने के लिए फर्जी वीजा दिया. इसके एवज में मोटी रकम भी वसूली गयी थी. प्राप्त आवेदन के आधार पर पुलिस ने कांड दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. जांच के क्रम में तकनीकी एवं मानवीय सूचना के आधार पर कांड के दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया.
"गिरफ्तार अभियुक्तों ने फर्जी वीजा देकर कुवैत भेजने के नाम पर रुपया ठगी करने की बात स्वीकार की है. रूस, ट्यूनीशिया, अफ्रीका समेत कई देशों में लोगों को भेजने के लिए फर्जी वीजा बनाता था."- स्वर्ण प्रभात, एसपी, गोपालगंज
मामला कैसे पकड़ायाः एसपी ने बताया कि सिवान जिले के प्रतुम कुमार से 40हजार, बसंत कुमार से एक लाख, जिले के गोपालपुर निवासी सुरेंद्र राम से 4 हजार और यूपी के कुशीनगर निवासी धर्मेंद्र ठाकुर से 4 हजार रुपए ले रखा था. मामला तब संज्ञान में आया जब बसंत कुमार और प्रतुम कुमार विदेश जाने के लिए दिल्ली पहुंचे. एयरपोर्ट पर वीजा की जांच की गई तो वह फर्जी पाया गया. जिसके बाद उसने नगर थाना में लिखित आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई.
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