पटनाः बिहार के मोतिहारी में गैंगरेप, हत्या और पिंडदान के बाद जिंदा लौटी लड़की को देख परिजन के साथ-साथ पुलिस भी हैरान है. एक ओर परिजन खुश हैं कि उनकी बेटी जिंदा है लेकिन पुलिस कई सवालों में उलझ गयी है. इसका जवाब तलाशने के लिए लगातार मामले की छानबीन कर रही है. सवाल उठ रहा है कि जिस लड़की के शव की पहचान कर परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया वह किसका था?
22 जून को मिला था एक लड़की का शवः दरअसल, घटना मोतिहारी के नगर थाना क्षेत्र की है. 22 जून को मुफ्फसिल थाना के मनरेगा पार्क के पास धनौती नदी में एक लड़की का शव बरामद किया गया था. पुलिस ने लड़की के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. शव की पहचान नहीं हो पायी थी. शव मिलने के कुछ दिन बाद एक दंपती ने कहा कि यह उनकी बेटी का शव है. उन्होंने गैंगरेप के बाद बेटी की हत्या करने का आरोप लगाया था. तीन नामजद और दो अज्ञात को आरोपी भी बनाया था.
18 जुलाई को गया में लड़की का पिंडदानः शव की पहचान होने के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद 18 जुलाई को गया में जाकर पिंडदान भी किया. इधर पुलिस ने घटना में एक आरोपी गुड्डू साह को गिरफ्तार किया था और एक आरोपी रंजन पासवान ने कोर्ट में सरेंडर किया था. पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि लड़की के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था. लड़की की मौत हो जाने के बाद शव को फेंक कर फरार हो गया था. 23 जुलाई मंगलवार को पुलिस ने लड़की को सकुशल बरामद किया इसके बाद से सभी हैरान हैं.
"शव जिस समय मिला था उस समय डीएनए पुष्टि के लिए लिखा गया था. परिजनों ने शव की पहचान अपनी बेटी के रूप में की थी. प्राथमिकी पहले से दर्ज था. अब लड़की तुरकौलिया से बरामद हो गई है तो अब हमलोग यह पता लगाने में जुटे हैं कि जो शव मिला था वह किसका था. लड़की का मजिस्ट्रेट के सामने 164 का बयान कराया जाएगा. लड़की बता रही है कि उसके साथ रेप हुआ है. इस मामले में गिरफ्तारी हुई है. लड़की से अभी पूछताछ की जा रही है." -शिखर चौधरी, एएसपी सदर-1
परिजन और आरोपी के बयान से उठ रहे सवाल? अब इस घटना को लेकर सवाल उठता हैं कि जिस लाश की पहचान की गई वह किसकी थी? गिरफ्तार एक युवक ने लड़की के साथ गैंगरेप व इसके बाद मौत हो जाने पर शव को फेंकने की बात कैसे स्वीकार कर ली. घर से गायब लड़की ने अपने परिजनों को फोन क्यों नहीं किया? जबकि बरामद लड़की विगत 16 जून की रात अपहरण के बाद अपने साथ सामूहिक दुष्कर्म की बात कह रही है और परिजनों ने 19 जून को थाने में केस दर्ज कराया था. ऐसे में शक की सुई आरोपी और परिजनों की ओर जा रही है.
क्या कहते हैं परिजन और आरोपी? पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी ने बताया था कि उसने चार दोस्तों के साथ मिलकर लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद लड़की की मौत हो गयी थी. लड़की की मौत होने के बाद उसके शव को दुपट्टा में लपेट कर धनौती नदी में ले जाकर जलकुंभी में छिपा दिया था. लड़की के परिजनों का कहना है कि जिस दिन लड़की गायब हुई उस दिन वह लाल रंग की कुर्ती पहनी थी. जिस लड़की का शव मिला था वह भी लाल रंग की कुर्ती पहनी थी. संभवत: शव की पहचान इसी के आधार पर परिजनों ने की थी.
गायब होने के तीन दिन बाद आवेदनः इस घटना को लेकर पुलिस की भी लापरवाही सामने आ रही है. परिजनों के पहचान और आरोपी के स्वीकार करने पर बिना छानबीन किए शव को परिजनों के हवाले कर दिया. खैर ये सब जांच का विषय है. इस घटना में बरामद लड़की ने जो बताया है वह भी हैरान करने वाला है. लड़की के बयान के मुताबिक उसके गायब होने के तीन दिन के बाद परिजनों ने थाने में आवेदन दिया था कि उसकी बेटी गायब है.
क्या कहती है लड़की? लड़की ने बताया कि 'मैं 16 जून की रात में कुरकुरे खरीदने के बहाने बॉय फ्रेंड से मिलने के लिए घर से निकली थी. कुछ लोगों ने बॉयफ्रेंड के साथ देख लिया और मारपीट करने लगे. वहां से हम दोनों भागकर मुन्ना पासवान के घर पहुंची. वहां चार दोस्तों ने जबरदस्ती मुझे एक ऑटो में बैठा लिया और सुनसान जगह पर ले जाकर बारी बारी से गलत काम किया. उसके बाद मुझे छतौनी ले जाकर छोड़ दिया.
रिश्तेदार के घर थी लड़की? लड़की के मुताबिक वह बस पकड़ कर अपनी मां के तुरकौलिया में रहने वाले रिश्तेदार के यहां जा रही थी लेकिन रास्ता भूल जाने के बाद रोने लगी. इसी दौरान तुरकौलिया थाना क्षेत्र में कमिटी चौक के पास एक जान पहचान वाली महिला की नजर उसपर पर पड़ी. वह लड़की को अपने घर ले गयी. लड़की ने पूरी घटना के बारे में उसे जानकारी दी और घर वाले को नहीं बताने के लिए कही. लड़की ने बताया कि घटना के 10 दिन बाद उसने अपने पिता के मोबाइल पर फोन की तो पिता ने रॉन्ग नंबर कहकर फोन काट दिया. इसी डर से वह घर नहीं जा रही थी.
पुलिस को पहले से था शकः जिस समय इस घटना की छानबीन की जा रही थी. उसी समय मुफस्सिल थानाध्यक्ष मनीष कुमार को शक हो गया था कि लड़की जिंदा है. उन्होंने लड़की की तलाश में सारे स्रोत को लगा दिए थे. इसी दौरान एक लड़की के तुरकौलिया थाना क्षेत्र में कमिटी चौक के पास एक व्यक्ति के घर में होने की जानकारी मिली. थानाध्यक्ष ने इसका सत्यापन करने के बाद लड़की को वहां से बरामद किया. लड़की को थाना पर लाकर परिजनों को बुलाया. एक बार फिर परिजनों ने उस लड़की को अपनी बेटी के रूप में पहचान की. लड़की का मेडिकल और कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है.