नई दिल्ली/गाजियाबाद: सोमवार, 22 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत होने जा रही है. सावन महीने में गाजियाबाद शिव की भक्ति से रंगा हुआ नजर आता है. यहां तकरीबन 200 किलोमीटर से अधिक का कावड़ कॉरिडोर है. दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा समेत विभिन्न प्रदेशों के कावड़िए गाजियाबाद से होकर गुजरते हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन द्वारा शिव भक्त कावड़िए के लिए तमाम इंतजाम किए गए हैं.
कावड़ यात्रा के दौरान कावड़िए बहुत ही श्रद्धा के साथ पवित्र जल हरिद्वार से लेकर आते हैं. यात्रा के दौरान कावड़ियों द्वारा विशेष सावधानी बरती जाती है. कई बार देखा गया है कि जाने अनजाने में कावड़ खंडित हो जाती है. कावड़ खंडित होने पर कावड़िए बेहद मायूस हो जाते हैं. कई बार स्थिति ऐसी होती है कि कावड़िए अपनी मंजिल के करीब होते हैं, तभी कावड़ खंडित हो जाता है. ऐसी स्थिति में वापस हरिद्वार जाकर जल लाना संभव नहीं होता है.
'कई बार ऐसा देखने को मिलता है, की कांवड़ियों की कावड़ खंडित हो जाती है. कई बार कावड़िए फिर से हरिद्वार जाकर जल लाने की स्थिति में नहीं होते. शिव भक्त कावड़ियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस के जवान हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी से गंगाजल लेकर आए हैं. तकरीबन दस हजार लीटर गंगाजल पुलिसकर्मियों द्वारा लाया गया है.
दिनेश पी, एडिशनल कमिश्नर, गाजियाबाद
बता दें, कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्त की कावड़ खंडित होने की दशा में उनको गंगाजल उपलब्ध कराये जाने के लिए अपर पुलिस उपायुक्त रिजर्व पुलिस लाइन्स, कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा अपनी एक टीम हरिद्वार भेजकर गंगाजल मंगवाया गया है. पुलिस टीम द्वारा हरिद्वार हर की पौड़ी से लाए गए गंगाजल को गाजियाबाद में कावड़ मार्ग पर पड़ने वाले सभी थानों और चौकिया को वितरित किया जाएगा. कावड़ खंडित होने की स्थिति में संबंधित थाना के पुलिसकर्मी शिव भक्तों को गंगाजल उपलब्ध कराएंगे.