उज्जैन। जिले के ग्राम मंगरोल में किसान अपनी लहसुन की फसल बचाने के लिए रातभर हथियारों के साथ खेतों पर डेरा डाले हैं. आजकल लहसुन की फसल खेतों में कटने के बाद सूख रही है. ऊंचे दामों में बिक रहे लहसुन की चोरी के डर से किसानों ने सीसीटीवी और बंदूक का सहारा लिया है. किसान दिन-रात लहसुन की निगरानी में जुटे हैं. वहीं थोक मंडी में किसानों की गीली वाली लहसुन ही 10 से 15 हजार रुपए क्विंटल बिक रहा है. सूखा लहसुन 20 से 40 हजार रुपये क्विंटल बिक रहा है.
किसानों के सामने लहसुन को चोरों से बचाने की बड़ी चुनौती
गौरतलब है कि आजकल लहसुन के भाव बढ़ने से मध्यप्रदेश में किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. लेकिन दाम बढ़ने से उनके सामने फसल चोरी होने की समस्या भी है. लहसुन की फसल को चोरों से बचाने के लिए किसानों ने खेतो में कुते भी छोड़ रखे हैं. दिन-रात लहसुन की रखवाली किसान कर रहे हैं. उज्जैन के किसान जीवन सिंह ने बताया कि अभी लहसुन गीली है और करीब 15 दिन तक सूखने के लिए खेतो में इसी तरह रखना होगा. आसपास के गांवों से चोरी की खबर आने के बाद फसल की सुरक्षा के लिए बंदूक का सहारा लिया है. साथ ही एक चौकीदार के साथ रात में भी निगरानी रखी जा रही है.
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दाम ज्यादा होने से किसान खुश, साथ ही चिंतित भी
किसान भरत सिंह बैस ने बताया कि इस बार बीज के दाम अधिक होने और मौसम के कारण उत्पादन कम हुआ है. लहसुन की आवक कम हुई है. इस कारण लहसुन के दाम बढ़े हुए हैं. वहीं खेतो में गीली लहसुन काटकर सुखाई जा रही है. गीली लहसुन 10 से 15 हजार रुपए किवंटल तो वहीं सूखी लहसुन 20 हजार 40 हजार रुपए क्विंटल तक बिक रही है. जिन किसानों ने अपने खेतों में लहसुन की फसल लगाई है, वे बहुत खुश है लेकिन चिंतित भी हैं.