पटनाः 42 दिनों की कठिन ट्रेनिंग के बाद महिला बीएसएफ राफ्टिंग टीम गंगा सागर यात्रा पर निकली है. देव प्रयाग राज से 53 दिनों तक राफ्टिंग करने के बाद गंगा सागर पहुंचेगी. इसी कड़ी में पटना के एनआईटी घाट पर 3 दिसंबर की शाम टीम का भव्य स्वागत किया गया. बीएसएफ की टीम इस दौरान गंगा आरती में भी शामिल हुई. टीम ने बताया कि इस यात्रा में उन्हें कई परेशानी हुई लेकिन हिम्मत नहीं हारी और यात्रा जारी है.
पटना में दो दिन ठहरावः पटना एनआईटी घाट पर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जिला प्रशासन, एनसीसी कैडेट्स और बीइंग हेल्पर फाउंडेशन ने बैंड बाजा और तालियों से टीम का अभिनंदन किया. बीएसएफ की सब इंस्पेक्टर प्रिया मीणा की टीम में 20 महिला राफ्टिंग सदस्य हैं जो दो नाव से राफ्टिंग करते हुए पटना घाट पहुंचीं. सभी को नमामि गंगे का टीशर्ट देकर सम्मानित किया गया. दो दिन पटना में ठहराव के बाद 5 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे आगे की यात्रा पर निकलेगी.
42 दिनों की कठिन ट्रेनिंगः नेतृत्व कर रही बीएसएफ सब इंस्पेक्टर प्रिया मीणा ने बताया कि 2 नवंबर को देवप्रयाग से यात्रा शुरू हुई है. 24 दिसंबर को गंगासागर में समाप्त होगी. उन्होंने बताया कि सशक्त महिला समृद्ध राष्ट्र स्वच्छ गंगा जीवन वरदान के मुहिम को लेकर वह 20 साथी गंगोत्री से गंगासागर की यात्रा पर निकली है. यात्रा से पहले देहरादून के बीएसएफ इंस्टीट्यूट आफ एडवेंचर एंड एडवांस ट्रेनिंग में 42 दिनों का प्रशिक्षण के बाद इस यात्रा की शुरुआत हुई.
"अब तक के 1200 किलोमीटर की यात्रा की. गंगोत्री से हरिद्वार तक तेज बहाव के कारण राफ्ट पलट गया लेकिन एक दूसरे का रेस्क्यू करते हुए आगे बढ़ीं. मैदानी क्षेत्र में राफ्ट को धक्का देना पड़ा. प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारी के कारण फ्लोटिंग ब्रिज अधिक बने हुए हैं. वहां भी एक बार राफ्ट फ्लीप हुई. अंधेरा होने का कारण रेस्क्यू में थोड़ा समय लगा. 2 घंटे के भीतर रेस्क्यू कार्य पूरा हो गया. अगले दिन फिर से आगे की यात्रा पर निकलीं." -प्रिया मीणा, सब इंस्पेक्टर, बीएसएफ
प्रतिदिन 70 किमी की राफ्टिंग: प्रतिदिन गंगा में लगभग 70 किलोमीटर की राफ्टिंग करती हैं. सुबह 9:30 बजे से उनकी राफ्टिंग शुरू होती है और फिर यह सीधे गंगा आरती के समय ही समाप्त होती है. टीम का कोई सदस्य थका हुआ महसूस नहीं करता है. सभी निर्मल गंगा और सशक्त महिला की मुहिम को लेकर पूरे उत्साह और ऊर्जा से आगे की यात्रा करने के लिए भी तैयार है. मंगलवार को पटना में जिला प्रशासन की ओर से एडीएम रविंद्र कुमार दिवाकर ने टीम का स्वागत किया.
"बीएसएफ की 20 महिलाएं उत्तराखंड से राफ्टिंग करते हुए पहुंची हैं. 2500 किलोमीटर की यात्रा में आज 1200 किलोमीटर की यात्रा पूरी हुई है. यह टीम महिला सशक्तिकरण और गंगा की निर्मल जल धारा की मुहिम को लेकर निकली है. इस टीम को सफलता जरूर मिलेगी. यह टीम सफलता पूर्वक अपनी यात्रा पूरी करे, इसकी शुभकामनाएं हैं." -रविंद्र कुमार दिवाकर, एडीएम, पटना
गंगा शुद्धता का अच्छा संदेश: इस मौके पर नमामि गंगे के उप महानिदेशक नलिन कुमार श्रीवास्तव भी रहे. कहा कि बीएसएफ की महिला राफ्टिंग टीम की यात्रा अब तक काफी सफल रही है. यात्रा निरंतर चलती हुई आज यहां पटना पहुंची है. इस यात्रा से सभी जगह गंगा शुद्धता का अच्छा संदेश जा रहा है. लोग भी जागरूक हो रहे हैं.
"महिलाओं की यह टीम ने अब तक जो हौसला दिखाया है, वह लोगों को महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रेरित कर रहा है. लोग ऋषिकेश में 20 किलोमीटर की राफ्टिंग में थक जाते हैं. यह टीम अब तक 1200 किलोमीटर की राफ्टिंग कर चुकी है. चेहरे पर जबरदस्त उत्साह है." -नलिन कुमार श्रीवास्तव, उप महानिदेशक, नमामि गंगे
बेटियों का हौसला सर आंखों पर: इस मौके पर लोग गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने गंगा मैया पर गीत गुनगुनाये और कहा कि देश की इन बेटियों का हौसला सर आंखों पर है. नारी सशक्तिकरण की दिशा में यह उत्कृष्ट कदम है. 'इस कदम से गंगा मैया के निर्मल धारा का भी संदेश जा रहा है. हमलोग मां गंगा की पूजा करते हैं, लेकिन उनकी स्वच्छता के बारे में नहीं सोचते हैं. ये बेटियां लोगों को बता रही हैं कि गंगा जी की स्वच्छता पर भी ध्यान दें.'
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