डूंगरपुर. ओबरी थाने में एक बेरोजगार युवक ने ठगी का केस दर्ज करवाया है. युवक को आईसीआईसीआई बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर की नौकरी दिलाने के नाम पर उसके दोस्त ने 1.43 लाख रुपए हड़प लिए. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
ओबरी थानाधिकारी मीना कुमारी ने बताया कि खुर्शीत डामोर पुत्र विरहम डामोर निवासी अंबाडा कड़ैया फला की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है. इसमें बताया कि प्रमोद सोनी पुत्र विजेंदरसिंह सोनी निवासी उत्तरप्रदेश ने उसके साथ ठगी की है. खुर्शित ने बताया कि वर्ष 2019-20 में वह मध्यावर्त इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोनॉटिक्स सांगानेर जयपुर में पढ़ाई के लिए गया था. उसी इंस्टीट्यूट में आरोपी प्रमोद सोनी भी पढ़ाई करता था. दोनों की वहीं पर पहचान हुई. दोनों 5 महीने तक उसी इंस्टीट्यूट में साथ रहे. इस दौरान आरोपी प्रमोद सोनी ने इंस्टीट्यूट को फर्जी बताते हुए छोड़ने की बात की. इस पर वह इंस्टीट्यूट छोड़कर पंचवटी कॉलेज सागवाड़ा में बीएससी करने लगा, लेकिन इस दौरान उसके दोस्त प्रमोद सोनी से फोन पर बातचीत होती रही.
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अलग-अलग बार में दिए पैसे : प्रमोद सोनी ने 3 नवंबर 2023 को मैसेज कर बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर की नौकरी दिलाने का झांसा दिया. आरोपी ने उसे ये भी बताया कि इससे पहले 7 लोगों को उसने नौकरी लगाई है और ज्वाइनिंग लेटर दिखाए. आरोपी ने उसके पापा से भी नौकरी को लेकर बात की. इसके बाद मार्कशीट, फोटो और सभी डॉक्यूमेंट के साथ फार्म के 8 हजार रुपए दिए. बाद में फोन कर 10 हजार रुपए मांगे, जिस पर उसने 2 हजार रुपए और गूगल पे किया. उसने नौकरी के लिए कुल 75 हजार रुपए मांगे. ये पैसे लोन करके भर दिए जाएंगे.
रिफंड के लिए भी लिए 2 हजार रुपए : आरोपी ने 12 नवंबर 2023 को कैरेक्टर सर्टिफिकेट और मेडिकल सर्टिफिकेट अभी जमा करवाने और नहीं देने पर 10 हजार रुपए मांगे. 19 नवंबर को फिर से ऑफर लेटर के नाम पर 15 हजार रुपए दिए. इसके बाद घर के नजदीक बैंक में पोस्टिंग दिलाने के नाम पर 25 हजार रुपए, 20 नवंबर को एनआईएसएम फॉर्म भरने के लिए 9 हजार रुपए, ऑनलाइन फॉर्म जमा करने के नाम पर 2500 रुपए इस तरह आरोपियों ने अलग तरीके से झांसे में लिया और उसके 1 लाख 43 हजार 823 रुपए हड़प लिए. ठगी का पता चलने पर उसने जमा लिए गए रुपए वापस देने के लिए कहा, जिस पर प्रमोद सोनी ने पैसे लौटाने का भरोसा दिलाया. इसके बाद रिफंड फार्म के साथ 2 हजार रुपए और देने का झांसा दिया, लेकिन आरोपी ने उसके रुपए वापस नहीं लौटाए. इस पर पीड़ित की ओर से ओबरी थाने के ठगी का केस दर्ज करवाया गया.