नालंदा: ज्ञान की धरती नालंदा में इन दिनों साइबर अपराधियों ने अपना डेरा जमा लिया है. ताजा मामला जिले के नूरसराय थाना क्षेत्र का है. जहां मासिक वेतन के नाम पर करोड़ों की ठगी की गई है. नूरसराय थाना निवासी सरजू प्रसाद दिनकर के बेटे अनंत कुमार ने फर्जी कंपनी का वेबसाइट बनाकर जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को मासिक वेतन देने का प्रलोभन दिया. जिसके बाद करीब 4 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर फरार हो गया.
मासिक भत्ता देने का दिया झांसा: इस मामले में सिलाव थाना में ठगी के शिकार धनंजय कुमार और उनके टीम के सदस्य सहित सैकड़ों लोगों ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. पीड़ितों ने बताया कि अनंत कुमार के द्वारा एक प्रलोभन दिया गया. उसने कहा कि इन्वेस्टमेंट करने पर सभी को मासिक भत्ता दिया जाएगा. उसके झांसे में आकर पूरी टीम ने अपनी जमा पूंजी लगा दी.
कुछ ऐसे बनाया ठगी का प्लैन: अनंत कुमार ने लोगों से कहा कि 45,900 लगाकर हमारी कंपनी में डायमंड बनेंगे तो उनको 5 महीने तक 18000 रुपये महीना दिया जाएगा. साथ ही अन्य अपग्रेशन और ऑटोपुल के माध्यम से राशि बैंक खाते में दी जाएगी. अनंत कुमार ने लोगों से अपने स्वयं की नामित खाते पर पैसा लेकर फर्जी क्रिप्टो बेचना शुरू कर दिया. हालांकि साल भर से अधिक का समय बीत गया लेकिन लोगों को 18000 रुपये महीना अबतक नहीं मिला.
"अनंत कुमार ने एक कंपनी की वेबसाइट बनाई थी और हमें मासिक भत्ता देने का प्रलोभन दिया. मैं और मेरी पूरी टीम उनके प्रलोभन में आ गई. हमने कंपनी में पैसा इन्वेस्ट कर दिया लेकिन लोगों को 18000 रुपये महीना अबतक नहीं मिला."-धनंजय कुमार, पीड़ित
चार करोड़ की ठगी का आरोप: पीड़ितों का आरोप है कि उन्हें अनंत कुमार ने फर्जी बिल थमा दिया, जिसका भुगतान अभी तक नहीं हुआ. जिसके बाद अनंत बिहारशरीफ श्रम कल्याण मैदान के पास अपना ऑफिस बंद कर फरार हो गया है. घटना के संबंध में सिलाव थानाध्यक्ष मो. इरफान खान ने बताया कि "धनंजय कुमार और उसके साथी के द्वारा अनंत कुमार के विरुद्ध 4 करोड़ रुपये ठगी करने का मामला दर्ज कराया गया है. प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है."