गया: बिहार के गया पुलिस और एसटीएफ को कार्रवाई में बड़ी सफलता मिली है. दोनों ने मिलकर कुजाप गांव में छापेमारी की, जिसके दौरान टीपीसी नाम के नक्सली संगठन के पूर्व कमांडर मनोज यादव को गिरफ्तार कर लिया गया. मनोज यादव की अरसे से तलाश चल रही थी. यह पिछले 6 वर्षों से पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाने में सफल रह रहा था.
एसटीएफ और गया पुलिस ने की छापेमारी: बताया जा रहा है कि गया एसएसपी आशीष भारती को सूचना मिली थी, कि नक्सली मनोज यादव कुजापी गांव की ओर आया हुआ है. इसके बाद एसएसपी ने एसडीपीओ टिकारी के नेतृत्व में एसटीएफ और गया पुलिस की विशेष टीम गठित की. टीम ने चिन्हित स्थान पर छापेमारी की, जिस दौरान पुलिस को देखते ही नक्सली मनोज यादव भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन जवानों ने खदेड़कर उसे पकड़ लिया.
छापेमारी में तीन हथियार बरामद: नक्सली संगठन के पूर्व कमांडर मनोज यादव से जब पूछताछ की गई, तो इसने हैरान करने वाले खुलासे किए. उसने बताया कि उसके द्वारा प्रयुक्त होने वाले हथियार खैरा गांव में विजय उर्फ मुखिया के घर में रखा है. निशानदेही मिलने के बाद एसटीएफ और पुलिस की टीम ने खैरा गांव में छापेमारी की और तीन हथियार बरामद कर लिए हैं.
क्या-क्या हुआ बरामद?: इस संबंध में गया एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि कोच थाना, खैरा के रहने वाले पूर्व नक्सली कमांडर मनोज यादव को गिरफ्तार किया गया. वहीं उसकी निशानदेही पर खैरा गांव में हुई कार्रवाई में विजय उर्फ मुखिया के घर से दो राइफल और एक देसी कट्टा बरामद किया गया है. कुल 28 कारतूस बरामद हुए हैं. वहीं विजय उर्फ मुखिया को भी गिरफ्तार किया गया है. छापेमारी दल में शामिल टीम को पुरस्कृत किया जाएगा.
"टीपीसी के पूर्व नक्सली कमांडर मनोज यादव की गिरफ्तारी हुई है. इसके हथियार खैरा गांव में एक घर से बरामद हुए हैं. दो राइफल, एक देसी कट्टा और 28 कारतूस की बरामदगी हुई है. खैरा गांव से विजय उर्फ मुखिया को भी पकड़ा गया है. पुलिस पूरे मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है."- आशीष भारती, एसएसपी गया