देहरादून : हल्द्वानी हिंसा को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं. इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस घटना को लेकर सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि 'अगर सरकार अति संवेदनशील होती तो इस घटना को रोक सकती थी'. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए.
गणेश गोदियाल बोले सरकार को बरतना चाहिए संयम: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि जानकारी के मुताबिक कथित जमीन बगीचे के रूप में किसी व्यक्ति के पास पुश्तैनी थी. इस बगीचे में एक धर्मिक स्थल था, जिसको पुलिस ध्वस्त करने के लिए गई थी. ऐसे में सरकार को संयम बरतना चाहिए था, लेकिन लोग उकसावे में आ गए और पत्थरबाजी करने लगे, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है, क्योंकि हिंसा के लिए समाज में कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि हम सब की यही कोशिश होनी चाहिए कि हल्द्वानी में शांति स्थापित हो.
गणेश गोदियाल ने धामी सरकार को बताया नाकाम: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने हल्द्वानी हिंसा लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना में सरकार नाकाम साबित हुई है. वहीं, 'अगर सरकार अति संवेदनशील होती तो इस घटना को रोक सकती थी'. उन्होंने कहा कि इस वक्त सरकार का सबसे बड़ा दायित्व बनता है कि वहां पर शांति स्थापित करे.
हल्द्वानी हिंसा में 5 लोगों की मौत: बता दें कि नैनीताल जिले के हल्द्वानी में अवैध मस्जिद और मदरसा गिराए जाने के बाद शहर में तनावपूर्ण माहौल हो गया था. गुस्साएं लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया था. जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. वहीं उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग भी लगाई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इमरजेंसी बैठक बुलाई थी. हिंसा में 5 लोगों की मौत हो चुकी है.
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