हिसार: पूर्व मंत्री संपत सिंह ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर अपने विचार रखें. उन्होंने कहा कि चुनाव में टिकटों का वितरण का सही से न होना और भीतरघात ने कांग्रेस की यह दशा की है. हरियाणा में कांग्रेस गुटबाजी के कारण हारी है.
वहीं हरियाणा में डीएपी खाद की किल्लत के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसान परेशान हो रहे हैं, लेकिन सरकार कुछ कर नहीं कर रही. खाद की कमी थी तो पहले सरकार को इंतजाम करना चाहिए था, अब किसान बर्बाद होने की कगार पर है.
"10 साल में भी संगठन नहीं बना पाई कांग्रेस" : संपत सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दस साल में संगठन नहीं बना पाई. गुटबाजी के कारण संगठन नहीं बन पाया. चुनाव में भी टिकट सही से नहीं बंटे. इस कारण कांग्रेस हारी. कांग्रेस को सभी वर्गों को संगठन में जोड़ना होगा.
"नवला और बरवाला में भीतरघात ने हराया" : नवला व बरवाला में भीतरघात से हार हुई है. इसके वीडियो भी सामने आए हैं. आदमपुर में भी हिसार के एमपी ने समझौता किया था. अनिल मान को लेकर उन्होंने कहा कि वे गैर राजनीतिक आदमी है. हमने नवला में कोई खिलाफत नहीं की. नलवा की जनता ने उन्हें हराया है.
"सभी लीडर्स को एक साथ लेकर चलना होगा": पूर्व मंत्री संपत सिंह ने कहा कि हर गली में आवाज उठ रही है कि किन-किन लोगों ने हमारा नुकसान किया, उन पर कार्रवाई हो, पश्चाताप हो. पहले की तरह हरियाणा में स्ट्रोंग होना पड़ेगा. सभी लीडर्स को एक साथ लेकर चलना होगा. वहीं बृजेद्र सिंह की उचाना में हार को लेकर उन्होंने कहा कि उचाना में दूसरे लोग खड़े थे, उन्हें कांग्रेस के हित में बैठाया जा सकता था. प्रदेश की कई सीटों पर उन लोगों को भी टिकट मिला है, जिनको कोई राजनीतिक ज्ञान नहीं है.
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