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Rajasthan: दुर्लभ प्रजाति के 'लाल पीवणा' सांप का वन विभाग की टीम ने किया रेस्क्यू

बाड़मेर जिले में एक ब्लैक हेडेड रॉयल सर्प पाया गया है. वन विभाग की टीम ने उसका रेस्क्यू किया. यह सांप जहरीला नहीं होता.

Black Headed Royal Snake in Barmer
दुर्लभ प्रजाति के 'लाल पीवणा' सांप का वन विभाग की टीम ने किया रेस्क्यू (Photo ETV Bharat Barmer)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 29, 2024, 5:46 PM IST

बाड़मेर: जिले के जूना पतरासर गांव में एक घर में अचानक सांप निकल गया. सांप देखकर आसपास के लोगों में डर का माहौल बन गया. इसकी सूचना तुरंत वन विभाग की टीम को दी गई. इस पर वनरक्षक प्रियंका चौधरी टीम के साथ मौके पर पहुंची और सांप का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया. यह दुर्लभ किस्म का ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक था, जिसे आम बोलचाल की भाषा में 'लाल पीवणा' सांप कहते हैं.

वनरक्षक प्रियंका चौधरी ने बताया कि सोमवार शाम को गांव के एक घर में सांप निकलने की सूचना मिली. इस पर वे अपनी टीम के साथ मौके पर गई. वहां घर में 5 फीट लंबा लाल रंग का सांप मिला. यह ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक था, जो बहुत ही कम पाया जाता है. यह फ्रेंडली माना जाता है.

पढ़ें: राजस्थान में एक ही परिवार के 5 लोगों को सांप ने डसा, पिता-पुत्र ने तोड़ा दम

पहली बार मिला हेडेड रॉयल स्नेक: चौधरी ने बताया कि बाड़मेर में पहली बार ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक मिला है. इसे लाल पीवणा भी कहते हैं. लोग इसे जहरीला समझकर मार देते है, जबकि यह बिल्कुल भी जहरीला नहीं होता. उन्होंने बताया कि रेस्क्यू किए ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक को सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है.

​रेगिस्तान में ही मिलते हैं ये सांप: उन्होंने बताया कि बाड़मेर- जैसलमेर क्षेत्र में एक रेड स्पॉटेड रॉयल स्नेक और ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक पाए जाते हैं. इनकी लंबाई एक से दो मीटर होती है. यह सिर्फ रेगिस्तानी इलाके में पाए जाते हैं, हालांकि जयपुर की तरफ भी ऐसे सांप हैं, लेकिन उनका रंग अलग है.

बाड़मेर: जिले के जूना पतरासर गांव में एक घर में अचानक सांप निकल गया. सांप देखकर आसपास के लोगों में डर का माहौल बन गया. इसकी सूचना तुरंत वन विभाग की टीम को दी गई. इस पर वनरक्षक प्रियंका चौधरी टीम के साथ मौके पर पहुंची और सांप का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया. यह दुर्लभ किस्म का ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक था, जिसे आम बोलचाल की भाषा में 'लाल पीवणा' सांप कहते हैं.

वनरक्षक प्रियंका चौधरी ने बताया कि सोमवार शाम को गांव के एक घर में सांप निकलने की सूचना मिली. इस पर वे अपनी टीम के साथ मौके पर गई. वहां घर में 5 फीट लंबा लाल रंग का सांप मिला. यह ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक था, जो बहुत ही कम पाया जाता है. यह फ्रेंडली माना जाता है.

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पहली बार मिला हेडेड रॉयल स्नेक: चौधरी ने बताया कि बाड़मेर में पहली बार ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक मिला है. इसे लाल पीवणा भी कहते हैं. लोग इसे जहरीला समझकर मार देते है, जबकि यह बिल्कुल भी जहरीला नहीं होता. उन्होंने बताया कि रेस्क्यू किए ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक को सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है.

​रेगिस्तान में ही मिलते हैं ये सांप: उन्होंने बताया कि बाड़मेर- जैसलमेर क्षेत्र में एक रेड स्पॉटेड रॉयल स्नेक और ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक पाए जाते हैं. इनकी लंबाई एक से दो मीटर होती है. यह सिर्फ रेगिस्तानी इलाके में पाए जाते हैं, हालांकि जयपुर की तरफ भी ऐसे सांप हैं, लेकिन उनका रंग अलग है.

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