अजमेर: खाद्य सुरक्षा विभाग ने प्रसाद की गुणवत्ता परखने के लिए सोमवार को अजमेर के प्रसिद्ध मंदिर के पास की दुकानों से विभिन्न मिठाइयों के सैंपल लिए हैं. जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी ने बताया कि खाद्य सुरक्षा आयुक्त इकबाल खान के निर्देश पर आगरा गेट स्थित प्रसिद्ध और प्राचीन गणेश मंदिर एवं बालाजी मंदिर के बाहर मिठाई विक्रेताओं की दुकान का टीम ने निरीक्षण किया.
इस मौके से एक दुकान से घी में तैयार मोतीचूर के लड्डू और मावे की मिठाई के सैंपल लिए गए. समीप ही एक अन्य दुकान से घी में तैयार मालपुआ और प्रसाद तैयार करने के काम में लिए जा रहे मावे के नमूने लिए गए. अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ रामलाल जाट ने बताया कि इन सैंपलों की जांच की जाएगी. भोग में काम में लिए जा रहे मावा और घी की जांच विशेष रूप से करवाई जा रही है. जाट ने बताया कि दोनों प्रसिद्ध मंदिरों के आसपास मिठाई विक्रेताओं की बड़ी संख्या है.
वहां निरीक्षण के दौरान दुकानदारों को पाबंद किया गया कि प्रसाद तैयार करने में काम में लिए जा रहे मावा, बेसन और घी आदि सामग्री गुणवत्तापूर्ण हो. साथ ही सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए. फूड लाइसेंस डिस्प्ले किया जाए. प्रसाद तैयार करने में उपयोग किया जा रहे पानी की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए भी दुकानदारों को पाबंद किया.
इन धार्मिक स्थलों पर बना भोग ठीक: उन्होंने बताया कि भोग प्रमाणीकरण में जिले से निम्बाकाचार्य पीठ स्थित श्री राधा माधव मंदिर और पुष्कर में गुरुद्वारा गुरु नानक साहिब को भी चिह्नित किया गया था. दिल्ली में एफएसएसएआई के निर्धारित सभी मापदंडों पर यहां बने भोग खरे उतरे. अतिरिक्त सीएमएचओ ने बताया कि दोनों ही धार्मिक स्थलों की प्री एवं पोस्ट फूड सेफ्टी ऑडिट करवाई जा चुकी है. दोनों धार्मिक स्थलों को प्रमाण पत्र जारी किया जाना फिलहाल प्रक्रियाधीन है.