लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के लखनऊ रीजन के चार बस स्टेशनों पर आने जाने वाली बसों की देखरेख की जिम्मेदारी परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने पांच सीनियर अधिकारियों को सौंपी है. रोडवेज के इन अफसरों को नोडल अफसर नामित किया गया है और उनके दिन भी निर्धारित किए गए हैं. जिस अधिकारी का जो दिन होगा उस दिन बस स्टेशन पर बसों की जांच की जिम्मेदारी उसी अधिकारी की होगी. अफसर के क्लीयरेंस के बाद ही बस स्टेशन से बसें रूट के लिए रवाना होंगी.
लखनऊ के चारबाग, कैसरबाग, आलमबाग और अवध बस स्टेशन पर बसों की जांच के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने पांच अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है. सोमवार से शुक्रवार तक यह अधिकारी रोडवेज बसों की हालत बस स्टेशन पर ही चेक करेंगे.
मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) राजीव आनंद ने अधिकारियों की ड्यूटी से संबंधित निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने बताया कि यूपीएसआरटीसी हेडक्वार्टर के पांच अफसर बस स्टेशन पर बसों की जांच करेंगे. प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) के पद पर तैनात अधिकारियों में सोमवार को जीएम एसएल शर्मा, मंगलवार को जीएम अजीत सिंह, बुधवार को जीएम गौरव पांडेय, गुरुवार को जीएम आरबीएल शर्मा और शुक्रवार को प्रभारी प्रधान प्रबंधक सत्यनारायण बस स्टेशन पर बसों की जांच करेंगे. किसी भी बस में कोई खामी होगी तो उसे रूट पर रवाना नहीं करेंगे. वापस कार्यशाला भेजकर उसे दुरुस्त कराएंगे. जो बसें दुरुस्त होंगी वही रूट पर भेजी जाएंगी जिससे यात्रियों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो.
बारिश में टपकने के बाद शुरू हुआ एक्शन : पिछले दिनों कैसरबाग डिपो की बस का वीडियो सामने आया था, जिसमें बारिश में बस की छत टपक रही थी. यात्रियों को सफर करने में परेशानी हुई. इसके अलावा रुपईडीहा डिपो की एक बस का टायर पंक्चर होने के बाद ड्राइवर कंडक्टर को यात्रियों ने चंदा देकर पंक्चर सही कराया. इस तरह के वीडियो सामने आने के बाद तकनीकी से संबंधित सभी अधिकारियों की बस स्टेशन पर ड्यूटी लगाई गई है, जिससे इस तरह की दिक्कतें न आएं.