गिरिडीह: मेडिकल इमरजेंसी के नाम पर लोगों को ठगने वाले पांच शातिरों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए अपराधियों में तिसरी थाना इलाके के किशुटांड निवासी निरंजन प्रसाद यादव, भंडारी निवासी मंटू कुमार व सचिन कुमर यादव, देवरी थाना इलाके के नया साखो निवासी चन्द्रदेव कुमार राय और पाराटांड निवासी अजीत यादव शामिल हैं. इनके पास से मोबाइल- 07 पीस, सिमकार्ड- 13, एक पासबुक, दो आधार कार्ड, तीन पेन कार्ड और एक स्मार्ट वाच बरामद किया गया है. इस सफलता की जानकारी जिले के पुलिस कप्तान दीपक कुमार शर्मा ने दी.
बताया कि प्रतिबिम्ब पोर्टल के माध्यम से यह सूचना मिली कि तिसरी थाना इलाके के तिसरी कलवा नदी के पास कुछ साइबर अपराधी एकत्रित हुए हैं जो फर्जी सिमकार्ड के माध्यम से ठगी कर रहे हैं. इस सूचना पर एसडीपीओ सुमित कुमार की अगुवाई में टीम का गठन किया गया. टीम में साइबर थाना प्रभारी अजय कुमार, इंस्पेक्टर ज्ञान रंजन, अवर निरीक्षक गुंजन कुमार, पुनीत कुमार गौतम, सअनि गजेंद्र कुमार, आरक्षी साकेत वर्मा, सौरभ सुमन, जितेंद्र, दामोदर मेहता को शामिल किया गया. टीम ने छापा मारा और सभी को गिरफ्तार किया गया.
अभिभावकों को करते थे ट्रैप
एसपी ने बताया कि ये अपराधी मुख्य रूप से विद्यार्थी के अभिभावक को टारगेट करते थे. जो विद्यार्थी घर से बाहर पढ़ते हैं उसका डिटेल निकाल लेते थे और फिर जिस वक्त बच्चे कक्षा में रहते थे उस समय उनके परिजनों को अचानक फोन कर यह कहते कि आपके पुत्र या पुत्री का एक्सीडेंट हो गया है तत्काल पैसा भेजिए. अचानक आए फोन से परिजन परेशान हो जाते और आनन-फानन में फोन करने वाले को ऑनलाइन पैसा भेज देते. बाद में जब परिजन अपने बच्चों की स्थिति जानने का प्रयास करते तो पता चलता वे ठगे गए हैं. इसके अलावा कुरियर सर्विस के नाम पर भी ठगी करते थे. बताया कि इनलोगों के द्वारा कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है जिसपर टीम काम कर रही है.
ये भी पढ़ें-
गिरिडीह में साइबर अपराधी गिरफ्तार, क्रेडिट कार्ड धारकों से की ठगी