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पहली बार बच्चेदानी के कैंसर वायरस स्ट्रेन का लगाया जा रहा पता, होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र को मिला जिम्मा - uterine cancer in women

Uterine Cancer In Women: महिलाओं में बच्चेदानी में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.जिसे देखते हुए राज्य में पहली बार बच्चेदानी के कैंसर में एचपीवी के कैंसर वाले स्ट्रेन की खोज की जाएगी. इसको लेकर होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र को जिम्मा दिया गया है.

कैंसर वाले स्ट्रेन की खोज
कैंसर वाले स्ट्रेन की खोज
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 23, 2024, 12:13 PM IST

मुजफ्फरपुर: महिलाओं में होने वाली बच्चेदानी के कैंसर में एचपीवी वायरस के कैंसर पैदा करने वाले स्ट्रेन की खोज की जायेगी. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इसका जिम्मा एसकेएमसीएच स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र को दिया है. अनुसंधान केंद्र की टीम मुजफ्फरपुर सहित पूरे बिहार में बच्चेदानी के कैंसर में एचपीवी वायरस के स्ट्रेन का पता लगायेगी.

30 से 60 वर्ष तक की महिलाओं का लेंगे सैंपल: इस अध्ययन में शामिल अनुसंधान केंद्र की डॉ. करुणा कुमारी ने बताया कि राज्य में पहली बार कैंसर के वायरस के स्ट्रेन की खोज की जा रही है. इसमें उनके अलावा दूसरे डॉक्टर भी काम करेंगे. इस अध्ययन में 30 से 60 वर्ष तक की महिलाओं का सैंपल लिया जायेगा. इस खोज में पता चलेगा कि एचपीवी वायरस के किस स्ट्रेन से बच्चेदानी का कैंसर महिलाओं में होता है और इस स्ट्रेन से दूसरे कौन से संक्रमण होने का खतरा रहता है.

मुंह के कैंसर के मरीजों में वृद्धि: कैंसर अस्पताल की डॉ. आकांक्षा ने बताया कि अस्पताल की जांच में एक जनवरी 2023 से 20 अप्रैल 2024 तक बच्चेदानी के कैंसर के लक्षण वाली 56 मरीज मिली हैं. बच्चेदानी के कैंसर के अलावा मुंह के कैसर के मरीज भी बढ़े हैं. डॉ. आकांक्षा ने बताया कि बीते एक वर्ष में कैंसर के लक्षण वाले 229 मरीज मिले, इनमें 52 मरीजों में मुंह के कैंसर की पुष्टि हुई है. डॉ. आकांक्षा ने बताया कि हमलोग कैंसर की स्क्रीनिंग को और भी बढ़ाने जा रहे हैं.

मुजफ्फरपुर के बोचहां से होगी शुरुआत: डॉ. करुणा कुमारी ने बताया कि इस खोज की शुरुआत मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां प्रखंड से होगी. इस प्रखंड में 150 महिलाओं के सेनेटरी पैड का सैंपल लिया जायेगा. घर-घर जाकर यह जांच की जायेगी. इसके लिए बोचहां के धर्मपुर गांव के वार्ड दो और तीन को चिन्हित किया गया है. इस पंचायत में आशा कार्यकर्ताओं के साथ हमारी टीम जाकर महिलाओं का सैंपल इकट्ठा करेंगी.

"30 से 60 उम्र की महिलाओं में बच्चेदानी के कैंसर का खतरा अधिक रहता है. एचपीवी वायरस के 100 स्ट्रेन होते हैं. इस वायरस के कौन से स्ट्रेन से बच्चेदानी का कैंसर हो रहा है, हमें इसे देखना है. इस अध्ययन में यह भी देखा जायेगा कि एचपीवी का कितना संक्रमण महिलाओं में हो रहा है."- डॉ. करुणा, होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र

ये भी पढ़ें: वर्जीनिया इंजीनियरिंग कॉलेज का दावा- कैंसर का इलाज करने के लिए विकसित की नई थेरेपी - New cancer Treatment

मुजफ्फरपुर: महिलाओं में होने वाली बच्चेदानी के कैंसर में एचपीवी वायरस के कैंसर पैदा करने वाले स्ट्रेन की खोज की जायेगी. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इसका जिम्मा एसकेएमसीएच स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र को दिया है. अनुसंधान केंद्र की टीम मुजफ्फरपुर सहित पूरे बिहार में बच्चेदानी के कैंसर में एचपीवी वायरस के स्ट्रेन का पता लगायेगी.

30 से 60 वर्ष तक की महिलाओं का लेंगे सैंपल: इस अध्ययन में शामिल अनुसंधान केंद्र की डॉ. करुणा कुमारी ने बताया कि राज्य में पहली बार कैंसर के वायरस के स्ट्रेन की खोज की जा रही है. इसमें उनके अलावा दूसरे डॉक्टर भी काम करेंगे. इस अध्ययन में 30 से 60 वर्ष तक की महिलाओं का सैंपल लिया जायेगा. इस खोज में पता चलेगा कि एचपीवी वायरस के किस स्ट्रेन से बच्चेदानी का कैंसर महिलाओं में होता है और इस स्ट्रेन से दूसरे कौन से संक्रमण होने का खतरा रहता है.

मुंह के कैंसर के मरीजों में वृद्धि: कैंसर अस्पताल की डॉ. आकांक्षा ने बताया कि अस्पताल की जांच में एक जनवरी 2023 से 20 अप्रैल 2024 तक बच्चेदानी के कैंसर के लक्षण वाली 56 मरीज मिली हैं. बच्चेदानी के कैंसर के अलावा मुंह के कैसर के मरीज भी बढ़े हैं. डॉ. आकांक्षा ने बताया कि बीते एक वर्ष में कैंसर के लक्षण वाले 229 मरीज मिले, इनमें 52 मरीजों में मुंह के कैंसर की पुष्टि हुई है. डॉ. आकांक्षा ने बताया कि हमलोग कैंसर की स्क्रीनिंग को और भी बढ़ाने जा रहे हैं.

मुजफ्फरपुर के बोचहां से होगी शुरुआत: डॉ. करुणा कुमारी ने बताया कि इस खोज की शुरुआत मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां प्रखंड से होगी. इस प्रखंड में 150 महिलाओं के सेनेटरी पैड का सैंपल लिया जायेगा. घर-घर जाकर यह जांच की जायेगी. इसके लिए बोचहां के धर्मपुर गांव के वार्ड दो और तीन को चिन्हित किया गया है. इस पंचायत में आशा कार्यकर्ताओं के साथ हमारी टीम जाकर महिलाओं का सैंपल इकट्ठा करेंगी.

"30 से 60 उम्र की महिलाओं में बच्चेदानी के कैंसर का खतरा अधिक रहता है. एचपीवी वायरस के 100 स्ट्रेन होते हैं. इस वायरस के कौन से स्ट्रेन से बच्चेदानी का कैंसर हो रहा है, हमें इसे देखना है. इस अध्ययन में यह भी देखा जायेगा कि एचपीवी का कितना संक्रमण महिलाओं में हो रहा है."- डॉ. करुणा, होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र

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