रतलाम: वंदे भारत ट्रेन के बाद अब स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस जल्द ही ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी. मध्यप्रदेश को जल्द ही 2 वंदे भारत ट्रेन मिलने वाली हैं. दोनों स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें भोपाल से चलेंगी. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों ट्रेनें दिसंबर तक मिलने की संभावना है. यह ट्रेन रतलाम रेल मंडल से गुजरेगी. इसके लिए यहां खास तैयारी भी की जा रही है. रतलाम रेलमार्ग के दोनों तरफ बाउंड्रीवॉल बनाई जा रही है जो ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने में मदद करेगी साथ ही पशुओं के पटरी पर आ जाने से होने वाले हादसों को रोकेगी. इसका कारण ट्रैक के दोनों तरफ फेंसिंग या बाउंड्री वॉल बनाकर रेलवे ट्रैक को एक्सीडेंट फ्री बनाया जा रहा है. रतलाम रेल मंडल में आने वाले नागदा से गोधरा के बीच काम चल रहा है.
Best in the world बनना है!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 1, 2024
🚄Vande Bharat Sleeper!
📍BEML in Bengaluru, Karnataka. pic.twitter.com/76bf1i9t2S
इन ट्रेनों के ट्रायल भी हो चुके हैं. खास बात यह है कि यह ट्रेन 160 किलोमीटर की स्पीड से चलेगी. जिससे इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जा सकेगी. इसके लिए कवच इंस्टॉलेशन का काम भी तेजी से चल रहा है जो इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा. वडोदरा-रतलाम-नागदा सेक्शन पर लगातार काम चल रहा है.
रतलाम रेलमंडल से गुजरेगी स्लीपर वंदे भारत ट्रेन
माना जा रहा है कि देश की पहली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मुंबई से दिल्ली रूट पर चल सकती है. रतलाम के डीआरएम रजनीश कुमार ने बताया कि, ''रतलाम रेल मंडल द्वारा सबसे महत्वपूर्ण रेलमार्गों में से एक दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रेक के दोनों तरफ बाउंड्री वॉल बनाई जा रही है, जो ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने में मदद करेगी. वहीं पशुओं के पटरी पर आ जाने से होने वाले हादसों से भी यह दीवार ट्रेनों की रक्षा करेगी. बाउंड्री वाल से पशुओं के रेलवे ट्रैक पर आ जाने का डर खत्म हो जाएगा.''
वंदे भारत स्लीपर का फर्स्ट लुक जारी
रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस को काफी समय पहले लॉन्च कर दिया था. जो भी ट्रेन में एक बार यात्रा करता है वो ट्रेन की खूब तारीफ करता है. लेकिन इसमें स्लीपर डिब्बे नहीं थे. किराया ज्यादा होने के चलते मिडिल क्लास के लोग वंदे भारत से यात्रा नहीं कर पा रहे थे. मिडिल क्लास वर्ग का ख्याल रखते हुए रेलवे ने स्लीपर वंदे भारत ट्रेन चलाने का फैसला किया. एक सितंबर को रेल मंत्री अश्वनि वैष्णव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वंदे भारत स्लीपर का फर्स्ट लुक जारी किया. जिसके बाद मिडिल क्लास वाले लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं हैं.
रेलवे का सुरक्षा कवच
देश में आए दिन ट्रेनों में हादसे सामने आते हैं. हाल में हादसों को लेकर लोगों की सिक्योरिटी को लेकर सवाल उठ रहे थे. जिसके बाद रेलवे ने वंदे भारत सहित तमाम ट्रेनों की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम उठाया है. रेलवे ने ट्रेनों के लिए सुरक्षा कवच बनाया है जो उन्हें हादसों से बचाएगा. रेल कवच भारत में बना एक हाई-टेक घरेलू एटीपी सिस्टम है. यह टेक्नोलॉजी ट्रेन को सही गति पर रखने, पायलट के न रुकने पर ट्रेन को रोकने और खराब मौसम में सुरक्षित यात्रा को लेकर लोको पायलट की हेल्प करता है. यह डिवाइस एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों के आने पर हादसे की आशंका को भांपते हुए सिगनल इंडिकेटर और अलार्म के जरिए लोको पायलट को सूचित करता है, जिस वजह से समय रहते हादसों को टाला जा सकता है.
माड्यूलर पैंट्री कार से लेकर इंफार्मेशन सिस्टम की सुविधा
यात्री तैयार हो जाएं स्लीपर वंदे भारत ट्रेन के सुहाने सफर के लिए. ट्रेन में आपको फ्लाइट जैसी सुविधाएं मिलने वाली हैं. वंदे भारत स्लीपर कोच का रंग भगवा और सफेद है. इसकी डिजाइन आपको दीवानी बना देगी. यूएसबी चार्जिंग के साथ इंटीग्रेटेड लाइटिंग सिस्टम, दिव्यांग के लिए खास बर्त और टॉयलेट है. माड्यूलर पैंट्री कार और इंफार्मेशन सिस्टम से लैस है. इतना ही नहीं नहाने के लिए गर्म पानी भी यात्री के लिए तैयार रहेगा. सभी कोच की बर्थ पर बेहतर कुशनिंग और ऊपर चढ़ने के लिए मार्डन सीढ़िया हैं. 822 किलोमीटर का सफर वंदे भारत स्लीपर 8 घंटे में पूरा करेगी. इसमें 15 कोच होंगे, जिसमें 11 एसी थ्री टियर कोच, 4 एसी टू टियर कोच और एक एसी फर्स्ट कोच होगा. ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए रेलवे ने पटरियों के नीचे वाले बेस को चौड़ा किया है, ताकि स्पीड में भी स्थिरता बनी रहे.