खूंटीः वन प्रमंडल खूंटी के विभिन्न रेंज में हाथियों का झुंड लगातार विचरण कर रहा है. झुंड में शामिल एक हथिनी ने मंगलवार की सुबह बुंडू रेंज के बांसवन जंगल में एक बच्चे को जन्म दिया है. हाथी के बच्चे को आठ हाथी सुरक्षा दे रहे हैं. बच्चे के जन्म के बाद हाथियों ने काफी देर तक चिंघाड़ कर खुशी का इजहार दिया. हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज जंगल से लेकर गांव तक सुनाई दे रही थी.
हाथियों ने चिंघाड़ कर खुशी का किया इजहार
इधर, बुंडू रेंज के बांसवन जंगल में हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज से ग्रामीण दहशत में आ गए, लेकिन जब वन कर्मियों ने जांच की तो पता चला कि एक हथिनी ने बच्चे को जन्म दिया है और बच्चे के जन्म के बाद हाथियों ने चिंघाड़ कर खुशी का इजहार किया.
गांव से लगभग पांच किमी दूर बांसवन के घने जंगल के बीच आठ की संख्या में हाथियों का झुंड मौजूद है, जो जन्मे बच्चे की पहरेदारी कर रहे हैं. बताते चलें कि विगत डेढ़ माह से खूंटी वन प्रमंडल के लगभग सभी रेंज में हाथियों का समूह विचरण कर रहा है और वन विभाग हाथियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
बुंडू रेंज के फॉरेस्टर ने दी जानकारी
इस संबंध में बुंडू रेंज के फॉरेस्टर प्रभात कुमार पाढ़ी ने बताया कि बुंडू और तमाड़ रेंज में वर्तमान में 8 हाथी विचरण कर रहे हैं. दो दिन पूर्व तक 40 की संख्या में हाथी इन क्षेत्रों में भ्रमणशील थे, जिन्हें उनके कॉरिडोर की तरफ भेजने का प्रयास किया जा रहा था. प्रयासों के कारण हाथियों का दल सिल्ली के रास्ते रामगढ़ की ओर चल गए हैं.
हालांकि उन्होंने कहा कि हाथियों का झुंड कभी भी लौट सकता है, क्योंकि उनके दल के आठ हाथी बुंडू इलाके में रह गए हैं और उस दल की एक हथिनी ने एक बच्चे को जन्म दिया है. उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि झुंड के आसपास न जाएं, नहीं तो हाथी किसी को भी कुचल कर मार सकता है.
लोगों से जंगल की ओर नहीं जाने की अपील
वहीं, प्रभात कुमार पाढ़ी ने बताया कि हाथियों का झुंड बच्चों की देखभाल सुरक्षित वातावरण में करते हैं. यदि उनके आसपास कोई इंसान दिखाई देता है और अगर उन्हें खतरे का एहसास होता है तो हाथी उनपर हमला कर देते हैं. फिलहाल वन विभाग के पदाधिकारी ने उक्त क्षेत्र में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
ये भी पढ़ें-