ETV Bharat / state

रांची के बांसवन जंगल में आया नया मेहमान, हथिनी ने जन्मा बच्चा, हाथियों ने इस तरह किया स्वागत - FEMALE ELEPHANT

रांची जिले के बुंडू रेंज के बांसवन जंगल में एक नया मेहमान आया है. हथिनी ने एक बच्चे को जन्म दिया है.

Elephant Gave Birth To Baby
रांची के बांसवन जंगल में हाथी. (फोटो-ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 14, 2025, 1:11 PM IST

खूंटीः वन प्रमंडल खूंटी के विभिन्न रेंज में हाथियों का झुंड लगातार विचरण कर रहा है. झुंड में शामिल एक हथिनी ने मंगलवार की सुबह बुंडू रेंज के बांसवन जंगल में एक बच्चे को जन्म दिया है. हाथी के बच्चे को आठ हाथी सुरक्षा दे रहे हैं. बच्चे के जन्म के बाद हाथियों ने काफी देर तक चिंघाड़ कर खुशी का इजहार दिया. हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज जंगल से लेकर गांव तक सुनाई दे रही थी.

हाथियों ने चिंघाड़ कर खुशी का किया इजहार

इधर, बुंडू रेंज के बांसवन जंगल में हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज से ग्रामीण दहशत में आ गए, लेकिन जब वन कर्मियों ने जांच की तो पता चला कि एक हथिनी ने बच्चे को जन्म दिया है और बच्चे के जन्म के बाद हाथियों ने चिंघाड़ कर खुशी का इजहार किया.

गांव से लगभग पांच किमी दूर बांसवन के घने जंगल के बीच आठ की संख्या में हाथियों का झुंड मौजूद है, जो जन्मे बच्चे की पहरेदारी कर रहे हैं. बताते चलें कि विगत डेढ़ माह से खूंटी वन प्रमंडल के लगभग सभी रेंज में हाथियों का समूह विचरण कर रहा है और वन विभाग हाथियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.

बुंडू रेंज के फॉरेस्टर ने दी जानकारी

इस संबंध में बुंडू रेंज के फॉरेस्टर प्रभात कुमार पाढ़ी ने बताया कि बुंडू और तमाड़ रेंज में वर्तमान में 8 हाथी विचरण कर रहे हैं. दो दिन पूर्व तक 40 की संख्या में हाथी इन क्षेत्रों में भ्रमणशील थे, जिन्हें उनके कॉरिडोर की तरफ भेजने का प्रयास किया जा रहा था. प्रयासों के कारण हाथियों का दल सिल्ली के रास्ते रामगढ़ की ओर चल गए हैं.

हालांकि उन्होंने कहा कि हाथियों का झुंड कभी भी लौट सकता है, क्योंकि उनके दल के आठ हाथी बुंडू इलाके में रह गए हैं और उस दल की एक हथिनी ने एक बच्चे को जन्म दिया है. उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि झुंड के आसपास न जाएं, नहीं तो हाथी किसी को भी कुचल कर मार सकता है.

लोगों से जंगल की ओर नहीं जाने की अपील

वहीं, प्रभात कुमार पाढ़ी ने बताया कि हाथियों का झुंड बच्चों की देखभाल सुरक्षित वातावरण में करते हैं. यदि उनके आसपास कोई इंसान दिखाई देता है और अगर उन्हें खतरे का एहसास होता है तो हाथी उनपर हमला कर देते हैं. फिलहाल वन विभाग के पदाधिकारी ने उक्त क्षेत्र में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

ये भी पढ़ें-

वर्ल्ड एलीफेंट डे: बेतला की राखी और जूही की अनोखी कहानी, एक रोटी-दूध पर पली, दूसरी कहलाती हैं हाथियों की कुलमाता - World Elephant Day - WORLD ELEPHANT DAY

दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में हथिनी रजनी का धूमधाम से मना 14वां जन्मदिन, काटा गया 20 पाउंड का केक - हथिनी रजनी का 14वां जन्मदिन

सरायकेला के ईचागढ़ प्रखंड में हथिनी की मौत, सूचना पर भी नहीं पहुंचे वन विभाग के अधिकारी - Elephant Died - ELEPHANT DIED

खूंटीः वन प्रमंडल खूंटी के विभिन्न रेंज में हाथियों का झुंड लगातार विचरण कर रहा है. झुंड में शामिल एक हथिनी ने मंगलवार की सुबह बुंडू रेंज के बांसवन जंगल में एक बच्चे को जन्म दिया है. हाथी के बच्चे को आठ हाथी सुरक्षा दे रहे हैं. बच्चे के जन्म के बाद हाथियों ने काफी देर तक चिंघाड़ कर खुशी का इजहार दिया. हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज जंगल से लेकर गांव तक सुनाई दे रही थी.

हाथियों ने चिंघाड़ कर खुशी का किया इजहार

इधर, बुंडू रेंज के बांसवन जंगल में हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज से ग्रामीण दहशत में आ गए, लेकिन जब वन कर्मियों ने जांच की तो पता चला कि एक हथिनी ने बच्चे को जन्म दिया है और बच्चे के जन्म के बाद हाथियों ने चिंघाड़ कर खुशी का इजहार किया.

गांव से लगभग पांच किमी दूर बांसवन के घने जंगल के बीच आठ की संख्या में हाथियों का झुंड मौजूद है, जो जन्मे बच्चे की पहरेदारी कर रहे हैं. बताते चलें कि विगत डेढ़ माह से खूंटी वन प्रमंडल के लगभग सभी रेंज में हाथियों का समूह विचरण कर रहा है और वन विभाग हाथियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.

बुंडू रेंज के फॉरेस्टर ने दी जानकारी

इस संबंध में बुंडू रेंज के फॉरेस्टर प्रभात कुमार पाढ़ी ने बताया कि बुंडू और तमाड़ रेंज में वर्तमान में 8 हाथी विचरण कर रहे हैं. दो दिन पूर्व तक 40 की संख्या में हाथी इन क्षेत्रों में भ्रमणशील थे, जिन्हें उनके कॉरिडोर की तरफ भेजने का प्रयास किया जा रहा था. प्रयासों के कारण हाथियों का दल सिल्ली के रास्ते रामगढ़ की ओर चल गए हैं.

हालांकि उन्होंने कहा कि हाथियों का झुंड कभी भी लौट सकता है, क्योंकि उनके दल के आठ हाथी बुंडू इलाके में रह गए हैं और उस दल की एक हथिनी ने एक बच्चे को जन्म दिया है. उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि झुंड के आसपास न जाएं, नहीं तो हाथी किसी को भी कुचल कर मार सकता है.

लोगों से जंगल की ओर नहीं जाने की अपील

वहीं, प्रभात कुमार पाढ़ी ने बताया कि हाथियों का झुंड बच्चों की देखभाल सुरक्षित वातावरण में करते हैं. यदि उनके आसपास कोई इंसान दिखाई देता है और अगर उन्हें खतरे का एहसास होता है तो हाथी उनपर हमला कर देते हैं. फिलहाल वन विभाग के पदाधिकारी ने उक्त क्षेत्र में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

ये भी पढ़ें-

वर्ल्ड एलीफेंट डे: बेतला की राखी और जूही की अनोखी कहानी, एक रोटी-दूध पर पली, दूसरी कहलाती हैं हाथियों की कुलमाता - World Elephant Day - WORLD ELEPHANT DAY

दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में हथिनी रजनी का धूमधाम से मना 14वां जन्मदिन, काटा गया 20 पाउंड का केक - हथिनी रजनी का 14वां जन्मदिन

सरायकेला के ईचागढ़ प्रखंड में हथिनी की मौत, सूचना पर भी नहीं पहुंचे वन विभाग के अधिकारी - Elephant Died - ELEPHANT DIED

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.