सोनीपत: हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर सरकार चुनाव-प्रचार में जुटी है. वहीं, बीजेपी दस की दस लोकसभा सीटों पर जीत का दावा भी कर रही है. लेकिन बीजेपी के लिए चुनाव जीतने की राह इतनी भी आसान नहीं है. क्योंकि सरकार को इन दिनों प्रत्येक वर्गों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. जिसका असर चुनाव पर भी पड़ सकता है. सूबे में सरकार के खिलाफ एक के बाद एक कई वर्ग सामने आ रहे हैं. पहले खिलाड़ी. सरपंच फिर सर्वखाप और किसान भी सरकार के विरोध में डटे हुए हैं. जिसके चलते मंगलवार को किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील की.
19 मई को कैथल पहुंचे 'इंसाफ' यात्रा: दरअसल, मंगलवार को सोनीपत के कई गांवों में किसानों ने मतदाताओं को बीजेपी के खिलाफ मतदान करने की अपील की. जिसके चलते किसानों ने किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ के नेतृत्व में इंसाफ नाम से यात्रा की शुरुआत की. यह यात्रा 19 मई को हरियाणा के कैथल स्थित पाई गांव पहुंचेगी. जहां इसके समापन कार्यक्रम में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा.
'किसानों पर किया अत्याचार': बता दें कि 13 फरवरी को पंजाब और हरियाणा के कई किसान संगठनों ने किसान आंदोलन के दौरान लंबित मांगों को लेकर दिल्ली में धरना देने के लिए कूच किया था. तब हरियाणा पुलिस ने उन्हें हरियाणा-पंजाब की सीमाओं पर ही रोक दिया और और किसान तब आगे नहीं बढ़ पाए थे. किसानों का आरोप है कि जब हरियाणा पुलिस किसानों को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रही थी, तो पुलिस ने उन हथियारों का इस्तेमाल किया जो आतंकवादियों पर किए जाते हैं. जहरीली गैस का इस्तेमाल किया गया जो कि इंटरनेशनल स्तर पर बैन की गई है.