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गर्भवती महिला के प्रसव में लापरवाही का आरोप, बीडीके अस्पताल के चिकित्सकों के खिलाफ मामला दर्ज - JHUNJHUNU BDK HOSPITAL

झुंझुनू के राजकीय अस्पताल में गर्भवती महिला के प्रसव में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने चिकित्सकों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.

राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल
राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल (ETV Bharat Jhunjhunu)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 15, 2024, 12:51 PM IST

Updated : Dec 15, 2024, 1:35 PM IST

झुंझुनू : जिले के सबसे बड़े राजकीय भगवानदास खेतान (बीडीके) अस्पताल में एक पीड़ित ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. अस्पताल के चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ पर आरोप है कि एमसीएच विंग में एक महिला के जुड़वा बच्चों में से एक का सुरक्षित प्रसव कराने के बाद दूसरे बच्चे की डिलीवरी अधूरी छोड़ दी गई. इसके कारण महिला को निजी अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां दूसरा बच्चा मृत पैदा हुआ.

थाने में परिवाद दिया गया है. इसमें चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मामले की जांच कर रहे हैं. : पवन कुमार चौबे, थानाधिकारी, कोतवाली

अस्पताल की तरफ से ये कहा गया : बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. राजवीर राव ने लापरवाही के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने परिजनों को दूसरे बच्चे की धड़कन नहीं होने की जानकारी दी थी. परिजनों ने अपनी मर्जी से महिला को निजी अस्पताल ले जाने का फैसला लिया और लिखित में इसकी अनुमति ली गई थी. निजी अस्पताल पहुंचने पर दूसरे बच्चा मृत पैदा हुआ.

बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. राजवीर राव (ETV Bharat Jhunjhunu)

पढे़ं. लापरवाही का आलम: प्रशासनिक सुधार विभाग का औचक निरीक्षण, ऑफिस से नदारद मिले 50 फीसदी कर्मचारी

पीड़ित महिला के जेठ सहदेव सैनी ने कोतवाली थाने में शिकायत दी है. इसमें बताया कि अनिता सैनी पत्नी गोविंद सैनी को शुक्रवार रात प्रसव पीड़ा होने पर बीडीके अस्पताल लाया गया. जांच में पता चला कि महिला के पेट में जुड़वा बच्चे हैं. लेबर रूम में एक बच्चे का जन्म हो गया, लेकिन दूसरे बच्चे की नाल काट दी गई. इसके बाद चिकित्सकों ने महिला को अन्यत्र ले जाने की सलाह दी. कोतवाली थाने में परिवाद दिए जाने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

झुंझुनू : जिले के सबसे बड़े राजकीय भगवानदास खेतान (बीडीके) अस्पताल में एक पीड़ित ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. अस्पताल के चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ पर आरोप है कि एमसीएच विंग में एक महिला के जुड़वा बच्चों में से एक का सुरक्षित प्रसव कराने के बाद दूसरे बच्चे की डिलीवरी अधूरी छोड़ दी गई. इसके कारण महिला को निजी अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां दूसरा बच्चा मृत पैदा हुआ.

थाने में परिवाद दिया गया है. इसमें चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मामले की जांच कर रहे हैं. : पवन कुमार चौबे, थानाधिकारी, कोतवाली

अस्पताल की तरफ से ये कहा गया : बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. राजवीर राव ने लापरवाही के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने परिजनों को दूसरे बच्चे की धड़कन नहीं होने की जानकारी दी थी. परिजनों ने अपनी मर्जी से महिला को निजी अस्पताल ले जाने का फैसला लिया और लिखित में इसकी अनुमति ली गई थी. निजी अस्पताल पहुंचने पर दूसरे बच्चा मृत पैदा हुआ.

बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. राजवीर राव (ETV Bharat Jhunjhunu)

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पीड़ित महिला के जेठ सहदेव सैनी ने कोतवाली थाने में शिकायत दी है. इसमें बताया कि अनिता सैनी पत्नी गोविंद सैनी को शुक्रवार रात प्रसव पीड़ा होने पर बीडीके अस्पताल लाया गया. जांच में पता चला कि महिला के पेट में जुड़वा बच्चे हैं. लेबर रूम में एक बच्चे का जन्म हो गया, लेकिन दूसरे बच्चे की नाल काट दी गई. इसके बाद चिकित्सकों ने महिला को अन्यत्र ले जाने की सलाह दी. कोतवाली थाने में परिवाद दिए जाने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

Last Updated : Dec 15, 2024, 1:35 PM IST
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