अयोध्या: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है. सभी श्रद्धालु राम मंदिर से पहले हनुमान गढ़ी पर दर्शन के लिए जरूर पहुंचते हैं. लेकिन, हनुमान गढ़ी मंदिर में श्रद्धालुओं की कैपेसिटी कम होने के कारण अब इस मंदिर को भी भव्यता दी जा रही है. मंदिर के प्रवेश और निकास मार्ग को चौड़ा करने के साथ ही मंदिर के परिसर को भी चौड़ा किया जाने की तैयारी है.
अयोध्या पहुंचे राम मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने हनुमानगढ़ी दर्शन पूजा कर महंत संजय दत्त से मुलाकात की और मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य की जानकारी ली. नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि इस मंदिर में भी श्रद्धालुओं की जो भी सुविधा मिलना चाहिए उसकी पूर्ति हो जाए.
राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के साथ-साथ उसकी 800 मीटर की परिधि में परकोटे का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 6 मंदिर के निर्माण का कार्य भी चल रहा है. जिसका कार्य लगभग 60% पूरा हो चुका है. इसके अलावा परिसर में शेषावतार और सप्त मंडपम का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषाद राज, माता अहिल्या और शबरी की मूर्ति को स्थापित किया जाएगा.
ट्रस्ट के मुताबिक शिखर निर्माण का कार्य जनवरी तक पूरा हो जाएगा तो वहीं परकोटा और अन्य मंदिरों के निर्माण का कार्य भी जुलाई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है. जिसके तहत निर्माण के कार्य किया जा रहा है. ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा के मुताबिक मंदिर के निर्माण कार्य में लगभग 2500 मजदूर लगे हैं. आवश्यकता के अनुसार कार्यदायी संस्था इनकी संख्या को बढ़ाने और घटाने का कार्य करती है.
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