बांसवाड़ा. शहर के महात्मा गांधी अस्पताल में रविवार दोपहर बाद एक ऐसे व्यक्ति को भर्ती कराया गया जिसका हाथ कलाई से कट गया था. उसके शरीर पर कई अन्य जगह भी निशान थे. परिजनों के अनुसार वह मछली पकड़ने गया था और विस्फोटक उसके हाथ में ही फट गया, जिससे उसके गंभीर चोट लगी. फिलहाल डॉक्टर्स ने उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई है.
प्रतापगढ़ जिले के कुमारी निवासी एक 26 वर्षीय व्यक्ति माही नदी में मछली पकड़ने के लिए गया था. मछली पकड़ने के लिए उसके साथ कुछ अन्य लोग भी थे, जो आसपास ही खड़े थे. मछली पकड़ने के लिए एक बार तो उन्होंने विस्फोटक जिसे लोकल भाषा में डोटा कहा जाता है, वह फेंक दिया. यह डोटा डेटोनेटर होता है जो पानी में गिरते ही फट जाता है. जिससे विस्फोटक के दायरे में आई मछलियां मर जाती हैं. जिन्हें यह लोग इकट्ठा कर लेते हैं और इनका कारोबार करते हैं.
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इसी दरमियान 26 वर्षीय राजमल पुत्र लाल के हाथ में अचानक से डेटोनेटर फट गया. जिससे उसका हाथ कलाई से कट कर अलग हो गया. इसके साथ ही डेटोनेटर के कई छर्रे उसके शरीर में अलग-अलग जगह लगे, जिससे वह लहूलुहान हो गया. आसपास के लोगों ने तत्काल उसे संभाला और उसे किसी तरह नदी से दूर ले गए. यहां से निजी वाहन के जरिए उसे महात्मा गांधी अस्पताल लाया गया जहां उपचार जारी है.
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संभव है हाथ गीले हो गए होंगे: इस संबंध में जानकार लोगों का कहना है कि पानी के संपर्क में आते ही डेटोनेटर फट जाता है. संभव है कि राजमल के हाथ गीले होंगे. इस कारण जैसे ही डेटोनेटर उसके हाथ में आया और वह फट गया. क्योंकि वह हाथ में पकड़े हुए था, इसलिए कलाई से हाथ कट गया है.
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इस काम आता है डेटोनेटर: बांसवाड़ा जिले और आसपास के क्षेत्र में कई जगह मार्बल और ग्रेनाइट की खदानें हैं. मार्बल निकालने के लिए पहाड़ियों में छेद करके डेटोनेटर डाला जाता है. जिससे विस्फोट होने पर पहाड़ियों में दरार आ जाती है और पत्थर निकाल लिए जाते हैं.