पटना: 'जल्द ही बिहार सरकार एक नया कानून लाने जा रही है. जिससे शराब माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.' यह कहना है बिहार के मद्यनिषेध मंत्री रत्नेश सदा का. दरअसल, राजधानी पटना से सटे पुनपुन में शराब के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए सोमवार को मद्यनिषेध मंत्री रत्नेश सदा ने कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान नाट्य संस्था द्वारा गीत, संगीत और नुक्कड़ नाटक के जरिए शराबबंदी को लेकर समाज में क्या असर हो रहा है उस पर प्रोग्राम किया गया.
"शराब सामाजिक बुराई है, इसका अंत करने में सामाजिक सहयोग बहुत ही जरूरी है. मद्यनिषेध विभाग के द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जिससे शराबबंदी के कारण होने वाली घरेलू हिंसा, मां-बहन और बेटी के मान सम्मान की सुरक्षा हो सके. इसे लेकर पुनपुन में जागरूकता अभियान चलाया गया है."-रत्नेश सदा, मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री
महादलित बस्ती में शराबबंदी कार्यक्रम का आयोजन: दरअसल बिहार में शराबबंदी को और मजबूत बनाने के लिए राज्य के मद्यनिषेध मंत्री रत्नेश सदा लगातार जागरूकता कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं. इसका उद्देश्य लोगों को शराब के दुष्परिणामों के बारे में बताना है. वहीं इस बार कार्यक्रम का आयोजन पुनपुन प्रखंड स्थित श्रीपालपुर महादलित बस्ती में किया गया. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे शराब से दूरी बनाए रखें और अपने परिवार और समाज के हित में इस बुराई के खिलाफ लड़ाई में शामिल हो जाएं.
जल्द आएगा नया कानून: उधर मद्य निषेध मंत्री ने शराब माफियाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही सरकार एक नया कानून लाने जा रही है. मद्यनिषेध मंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए लोगों को शराब से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी. इस मौके पर कार्यक्रम में जदयू राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री श्याम रजक, विधान पार्षद रविंद्र सिंह, समेत एक्साइज विभाग के सुपरिटेंडेंट संजय चौधरी और अन्य लोग उपस्थित रहे.
मंत्री ने बताया बिहार में सुशासन की सरकार: वहीं रत्नेश सदा ने सभा संबोधित करते हुए बताया कि 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, जब बिहार के मुखिया नीतीश कुमार बने तब से बिहार विकास होना शुरू हुआ. जहां इस बिहार में सबकी भागीदारी वाली सरकार है, यह सुशासन की सरकार हैं इसमें सबका सम्मान है. वहीं उन्होंने कहा कि 2005 से पहले इस बिहार में ना तो कोई अनाथालय था ना वृद्धा आश्रम और न ही कोई विधवा आश्रम था.
साढ़े आठ करोड़ के बजट की तिलांजलि: आगे रत्नेश सदा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जनता के कहने पर बिहार में साढ़े आठ करोड़ के बजट की तिलांजलि देते हुए शराबबंदी कानून लाया. ताकि बिहार की बेटियां, मां और बहनों के मान सम्मान की सुरक्षा हो सके. यही नहीं 2007 में टोला सेवक बहाल किया, साइकिल योजना, पोशाक योजना का लाभ दिया.
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