कुचामनसिटी: भारत सरकार के पूर्व सैनिक कल्याण विभाग और रक्षा मंत्रालय ने पहल करते हुए साल 1965 व 1971 के भारत-पाक युद्ध में भाग लेने वाले पेंशनर एवं नॉन पेंशनर सैनिकों को 'युद्ध सम्मान योजना' के तहत एक मुश्त 15 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान का फैसला किया है. इस ऐलान के बाद नागौर, डीडवाना कुचामन जिले के पूर्व सैन्य अधिकारियों ने खुशी जताई है और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है. इसके साथ 1965 और 1971 की जंग में भाग ले चुके पूर्व सैनिक अपना विवरण संबंधित मुख्यालय को भेजने में जुटे हैं.
पूर्व सैन्य अधिकारी अजमेरी खान ने बताया कि आर्थिक सहायता प्रदान करने के प्रस्ताव को तैयार करने के लिए क्षेत्र के सभी पूर्व (पेंशनर/नॉन पेंशनर) सैनिकों/सैनिकों के आश्रितों और जिन्हें 'समर सेवा स्टार, 'पूर्वी स्टार' या 'पश्चिमी स्टार' मेडल प्रदान किया गया है, उन्हें अपने दस्तावेज जैसे डिस्चार्ज बुक, पीपीओ, आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक खाते की पासबुक, पिछले 5 वर्ष की आयकर रिटर्न, वर्तमान में उसका व्यवसाय व वार्षिक आय का ब्यौरा, प्रोपर्टी जैसे कृषि भूमि, मकान, प्लॉट आदि के दस्तावेज, संलग्न प्रपत्र में भरकर मय पूर्ण विवरण सहित अपने संबन्धित रिकार्ड कार्यालय को सीधा भेजना है.
पूर्व सैन्य अधिकारी जानकारी प्रारूप के अनुसार अपने संबंधित मुख्यालय (सेना मुख्यालय, जल सेना मुख्यालय और वायु सेना मुख्यालय) में भेजना है. पूर्व सैनिकों ने कहा कि सरकार की इस पहल से वर्तमान में देश की हिफाजत में जुटे सैनिकों का भी मनोबल बढ़ेगा.