कोटा. पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने कांग्रेस में जाने की अफवाहों पर विराम लगा दिया है. उन्होंने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों से उनके भाजपा से नाता तोड़ कांग्रेस में शामिल होने की अफवाहें फैलाई जा रही थी, लेकिन इसे वे सिरे से खारिज करते हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस डूबता जहाज है. उसमें बैठने का तो कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.
साथ ही उन्होंने कहा कि उनके जीवन में भारतीय जनता पार्टी के कई राष्ट्रीय स्तर के पदों पर रहे हैं व तीन बार विधायक भी रहे हैं. इस बार भाजपा की सरकार प्रदेश में है. इस समय उन्हें कोई भी बोर्ड का अध्यक्ष सरकार बना सकती है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को टिकट दिया है. बिरला और उन्होंने राजनीति एक साथ शुरू की थी. उम्र में बिरला उनसे छोटे जरूर हैं, लेकिन बड़े पद पर पहुंच गए हैं. उन्होंने लोकसभा का भी सफल संचालन किया है. ऐसे में करोड़ों कार्यकर्ताओं की भावना है कि बिरला चुनाव जीतें.
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जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस के नेताओं ने उनसे संपर्क किया है या नहीं, इस पर उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया. साथ ही कहा कि ऐसी किसी भी स्तर पर उनकी बातचीत किसी भी व्यक्ति से नहीं हुई है. कुछ लोगों ने इस तरह की अफवाह फैला दी है.
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गुंजल व बिरला के बीच में होगी कांटे की टक्कर: भवानी सिंह राजावत ने यह भी कहा कि प्रहलाद गुंजल भी उनके मित्र हैं. जब उनसे पूछा गया कि गुंजल के कांग्रेस ज्वाइन करने की चर्चाएं हैं, तो उन्होंने कहा कि सभी स्वतंत्र हैं. कोई भी किसी भी पार्टी को ज्वाइन कर सकता है. जब मीडिया ने उनसे पूछा कि बिरला और गुंजन के बीच मुकाबला होगा, तब भवानी सिंह राजावत ने जवाब दिया कि गुंजल और बिरला के बीच अगर मुकाबला होता है तो कांटे की टक्कर होगी.