सराज: हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सराज विधानसभा दौरे पर बगस्याड़ पहुंचे. जहां उन्होंने बगस्याड़ में आयोजित हिमाचल प्रदेश भाजपा संगठनात्मक जिला मंडी के सक्रिय सदस्यता अभियान और संगठनात्मक चुनाव से जुड़ी बैठक में भाग लिया. बैठक के बाद उन्होंने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर जमकर निशाना साधा.
जयराम ठाकुर ने कहा, "हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री अब महाराष्ट्र में अपने झूठ का झंडा गाड़ रहे हैं. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पहुंचे सीएम सुक्खू कहते हैं कि उन्होंने चुनाव के दौरान हिमाचल को दी गई गारंटियां पूरी कर दी हैं. प्रदेश की हर बेटी को 18 साल होते ही ₹1500 की पेंशन मिलना शुरू हो जा रही है. मुख्यमंत्री सुक्खू समझते हैं कि एक ही झूठ को बार-बार बोलने से वह सच बन जाता है. इसलिए वह बार-बार झूठ बोल रहे हैं. बार-बार झूठ बोलने से किसी भी व्यक्ति की विश्वसनीयता खत्म हो जाती है. वह हिमाचल के मुख्यमंत्री भी हैं, उन्हें यह बात याद रखनी चाहिए".
#WATCH | Mandi: On the 'samosa' controversy, Himachal Pradesh LoP Jairam Thakur says, " himachal pradesh is being discussed because the decisions taken by the state govt are such that they are being mocked in the country... samosas are being discussed. the cm went to the police… pic.twitter.com/LdugdLsbEx
— ANI (@ANI) November 8, 2024
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, "कांग्रेस ने एक तरफ प्रदेश की मातृशक्ति के साथ चुनाव में गारंटी के नाम पर धोखा किया और अब मुख्यमंत्री पूरे देश में जाकर उन्हें पेंशन देने का झूठ बोल रहे हैं. यह हमारे प्रदेश की मातृ शक्ति का दोहरा अपमान है. मुख्यमंत्री शायद यह भूल गए हैं कि पेंशन हर महीने दी जाने वाली व्यवस्था हैं. लोकसभा चुनाव के दरमियान प्रदेश की 25 हजार महिलाओं को एक किस्त देकर चुनाव के दौरान किसी को गुमराह करने की कोशिश करना पेंशन देना नहीं, धोखा देना होता है".
जयराम ठाकुर ने कहा, "विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सभी नेताओं ने गला फाड़ फाड़कर कहा था कि 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग की हर महिला को सम्मान निधि दी जाएगी. दिल्ली के कई नेताओं ने तो हिमाचल में बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पैसा देने का इंतजाम हमने पहले कर लिया है. हमारे अर्थशास्त्री इसके लिए रास्ता निकाल चुके हैं. हम कोई भी बात हवा में नहीं करते हैं. इसके लिए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान लाखों की संख्या में लाभार्थियों से फॉर्म भी भरवा लिए थे, जो कांग्रेस कार्यालयों में चुनाव के महीनों बाद पड़े हुए थे".
पूर्व सीएम ने कहा, "सत्ता हासिल करने के बाद कांग्रेस का कोई अर्थशास्त्री हिमाचल लौट कर नहीं आया, लेकिन सरकार बनने के डेढ़ साल बाद लोकसभा का चुनाव जब सर पर आया तो सरकार ने इस योजना की घोषणा की और मात्र 25 हजार महिलाओं को सम्मान निधि की एक किस्त देकर चुप बैठ गए. कांग्रेस की गारंटी के अनुसार प्रदेश में सम्मान निधि की पात्र महिलाओं की संख्या 22 लाख से अधिक है, जिन्हें हर महीने ₹1500 मिलनी चाहिए थे, लेकिन नहीं मिल रहा है. प्रदेश की मातृशक्ति को इतना बड़ा धोखा देने के बाद भी पूरे देश में घूम- घूम कर यह कहना कि हमने प्रदेश की मातृशक्ति को ₹1500 पेंशन देना शुरू कर दिया है, यह उनकी भावनाओं के साथ एक मजाक से अधिक कुछ नहीं है".
हमने सिर्फ वादे पूरे नहीं किए बल्कि अपने संकल्पों से आगे बढ़ते हुए ऐसी जनकल्याणकारी योजनाएँ शुरू की हैं, जो हर व्यक्ति को सशक्त, समर्थ और आत्मनिर्भर बना रही हैं।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) November 9, 2024
जनकल्याण की दिशा में हमारी सरकार द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदम...
1. अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट’ का दर्जा… pic.twitter.com/EQGHQHi3A6
बता दें कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू महाराष्ट्र दौरे पर मुंबई पहुंचे, जहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा, "हमने सिर्फ वादे पूरे नहीं किए, बल्कि अपने संकल्पों से आगे बढ़ते हुए ऐसी जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, जो हर व्यक्ति को सशक्त, समर्थ और आत्मनिर्भर बना रही हैं. हमारी सरकार ने अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट’ का दर्जा दिया. राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल की स्थापना की जा रही है. सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से ही अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू हो चुकी है. किसानों को राहत देने के लिए दूध, गेहूं और मक्की पर MSP की गारंटी पूरी की. महिलाओं को 1500 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है. विधवा महिलाओं के बच्चों की 27 वर्ष की आयु तक पढ़ाई, छात्रावास, शैक्षणिक यात्रा और अन्य दैनिक आवश्यकताओं का पूरा खर्च सरकार उठा रही है".
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