पटनाः बिहार लोक सेवा आयोग प्रश्न पत्र लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने जांच शुरू कर दी है. बिहार झारखंड से आरोपियों के गिरफ्तारी भी हुई है, आरोपियों को रिमांड पर लेकर साक्ष्य इकट्ठा करने की तैयारी है और रिमांड को लेकर स्वीकृति भी मिल गई है.
आज से 2 दिनों की रिमांड पर आरोपीः जांच एजेंसी ने आरोपी विशाल कुमार चौरसिया, अभिषेक और विक्की को रिमांड पर लेने के लिए आर्थिक अपराध ईकाई ने कोर्ट से अनुरोध किया था. कोर्ट ने दो दिनों के रिमांड की स्वीकृति दे दी है. 21 मार्च से आरोपियों से पूछताछ शुरू की जाएगी. 2 दिन तक आरोपी पुलिस अभिरक्षा में रहेंगे.
कड़ी पूछताछ करेगी आर्थिक अपराध इकाईः जांच एजेंसी आरोपियों से यह पूछताछ करेगी कि कोलकाता के जिस प्रेस में प्रश्न पत्र छपते थे, उसके बारे में उन्हें जानकारी कैसे मिली. इसके अलावा कई इलेक्ट्रॉनिक सामान भी जब्त किए गए हैं. इलेक्ट्रॉनिक सामान से भी प्रमाण इकट्ठे किए जा रहे हैं.
बिहार झारखंड में सक्रिय हैं गिरोहः बता दें कि बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण के प्रश्न पत्र लीक हो गए थे, जिसे लेकर बिहार में जमकर बवाल मचा है, एक ओर छात्र आंदोलन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष भी सरकार को घेरने में जुटी है. आर्थिक अपराध इकाई को जांच का जिम्मा मिला है. कई आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है. बिहार झारखंड में प्रश्न पत्र लीक के कई गिरोह सक्रिय हैं.
"शिक्षक बहाली की इस प्रक्रिया में हजारों करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है. इसलिए आयोग इस परीक्षा को रद्द नहीं करना चाहती थी. मेधावी बच्चों के दिन रात के कठिन परिश्रम को चंद माफिया ने मिनटों में पैसों से खरीद लिया. लाखों मेधावी अभ्यर्थियों के भविष्य का सवाल है. अब इसकी जांच हो रही है तो अच्छी बात है, सब सामने आ ही जाएगा"- दिलीप कुमार, छात्र नेता
इसे भी पढ़ेंः
- मिनट टू मिनट के चक्कर में फंसा TRE 3 पेपर लीक केस, आयोग मांग रहा पुख्ता सबूत, अब आगे क्या होगा?
- बीपीएससी TRE 3.0 पेपर को रद्द करने के मूड में नहीं, EOU से मांगे और ठोस सबूत
- BPSC पेपर लीक पर बोले तेजस्वी -'बिहार में माफिया राज, एडमिट कार्ड के पीछे लिखा मिलता है उत्तर'
- BPSC शिक्षक भर्ती पेपर लीक के 270 आरोपियों की देर रात पटना कोर्ट में पेशी, जेल भेजे गए सभी