ETV Bharat / state

Rajasthan: कोटा के ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट निर्माण को पर्यावरण मंत्रालय से मिली स्वीकृति, अगले साल से शुरू होगा काम

कोटा में प्रस्तावित एयरपोर्ट निर्माण को लेकर पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति मिल गई है.

ENVIRONMENT MINISTRY,  LOK SABHA SPEAKER HOLDS A MEETING
कोटा के ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट निर्माण को पर्यावरण मंत्रालय से मिली स्वीकृति. (ETV Bharat kota)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 6, 2024, 9:09 PM IST

कोटाः शंभूपुरा इलाके में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति मिल गई है. स्वीकृति मिलने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष विपिन कुमार और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की है.

इस बैठक में यह दावा किया गया है कि मई 2025 में कोटा एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हो जाएगा. साथ ही दिसंबर 2027 तक हवाई अड्डा निर्माण कार्य पूरा करके संचालन शुरू करने की समय-सीमा तय की गई है. राजस्थान के वन विभाग के हेड ऑफ फॉरेस्ट अरीजीत बनर्जी ने बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से भूमि हस्तांतरण की अनुमति प्राप्त हो गई है. राजस्थान सरकार के वन विभाग ने भी इस परियोजना को स्वीकृति दे दी है. साथ ही कोटा विकास प्राधिकरण 10,000 पौधे भी लगाएगा.

पढ़ेंः स्पीकर बिरला ने दिल्ली में नागर विमानन मंत्री के साथ की कोटा एयरपोर्ट को लेकर बैठक, AAI को जल्द डीपीआर बनाने के निर्देश - issue of airport in kota

1005 एकड़ में बनेगा एयरपोर्टः कोटा नया हवाई अड्डा शहर से 25 किलोमीटर दूर 1005 एकड़ में बनेगा. इसका रनवे 3200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा होगा. इसमें सात विमान की पार्किंग एरिया भी बनेगा. हवाई अड्डे से सालाना 20 लाख यात्री और प्रति घंटे करीब 1000 यात्रियों की क्षमता रहेगी. हवाई अड्डे को नेशनल हाईवे 52 से भी कनेक्ट किया जाएगा. इस हवाई अड्डे को इस रूप में नियोजित किया जा रहा है कि वर्तमान में घरेलू उड़ानों में उपयोग में आ रहे सबसे बड़े हवाई जहाज भी यहां से उड़ान भर सकेंगे. साथ ही भविष्य में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित हो सकेंगी. एयरपोर्ट पर विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ फ्लाइंग क्लब भी बनाया जाएगा. बैठक में तय हुआ कि इसी माह डीपीआर का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. इसमें जिसमें 7 पार्किंग, 20,000 वर्ग मीटर में टर्मिनल बिल्डिंग, 14 चैक-इन काउंटर, 2 कन्वेयर बेल्ट लगेगी. इसके साथ ही पावर ग्रिड कॉरपोरेशन आफ इंडिया की लाइनों को स्थानांतरित करने, पेयजल और विद्युत आपूर्ति के डिमांड नोट जमा करने, संपर्क सड़क और 11 केवी लाइनों के स्थानांतरण सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई है.

कोटाः शंभूपुरा इलाके में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति मिल गई है. स्वीकृति मिलने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष विपिन कुमार और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की है.

इस बैठक में यह दावा किया गया है कि मई 2025 में कोटा एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हो जाएगा. साथ ही दिसंबर 2027 तक हवाई अड्डा निर्माण कार्य पूरा करके संचालन शुरू करने की समय-सीमा तय की गई है. राजस्थान के वन विभाग के हेड ऑफ फॉरेस्ट अरीजीत बनर्जी ने बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से भूमि हस्तांतरण की अनुमति प्राप्त हो गई है. राजस्थान सरकार के वन विभाग ने भी इस परियोजना को स्वीकृति दे दी है. साथ ही कोटा विकास प्राधिकरण 10,000 पौधे भी लगाएगा.

पढ़ेंः स्पीकर बिरला ने दिल्ली में नागर विमानन मंत्री के साथ की कोटा एयरपोर्ट को लेकर बैठक, AAI को जल्द डीपीआर बनाने के निर्देश - issue of airport in kota

1005 एकड़ में बनेगा एयरपोर्टः कोटा नया हवाई अड्डा शहर से 25 किलोमीटर दूर 1005 एकड़ में बनेगा. इसका रनवे 3200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा होगा. इसमें सात विमान की पार्किंग एरिया भी बनेगा. हवाई अड्डे से सालाना 20 लाख यात्री और प्रति घंटे करीब 1000 यात्रियों की क्षमता रहेगी. हवाई अड्डे को नेशनल हाईवे 52 से भी कनेक्ट किया जाएगा. इस हवाई अड्डे को इस रूप में नियोजित किया जा रहा है कि वर्तमान में घरेलू उड़ानों में उपयोग में आ रहे सबसे बड़े हवाई जहाज भी यहां से उड़ान भर सकेंगे. साथ ही भविष्य में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित हो सकेंगी. एयरपोर्ट पर विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ फ्लाइंग क्लब भी बनाया जाएगा. बैठक में तय हुआ कि इसी माह डीपीआर का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. इसमें जिसमें 7 पार्किंग, 20,000 वर्ग मीटर में टर्मिनल बिल्डिंग, 14 चैक-इन काउंटर, 2 कन्वेयर बेल्ट लगेगी. इसके साथ ही पावर ग्रिड कॉरपोरेशन आफ इंडिया की लाइनों को स्थानांतरित करने, पेयजल और विद्युत आपूर्ति के डिमांड नोट जमा करने, संपर्क सड़क और 11 केवी लाइनों के स्थानांतरण सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.