बूंदी. प्रदेश में बिजली संकट को लेकर बूंदी से कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने ऊर्जा मंत्री को दोषी ठहराया है. इसके बाद ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने बिजली की समस्या पर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछली सरकार की गलत एग्रीमेंट के चलते सर्दी मे उधार ली गई बिजली को हमें गर्मी मे चुकाना पड़ रहा है. इसके चलते समस्या खड़ी हो रही है. रोजाना 900 लाख युनिट बिजली उधारी के एग्रीमेंट के चलते लौटानी पड़ रही है. इसके बावजूद सरकार बिजली कमी को देखते हुए जरूरी कदम उठा रही है.
कांग्रेस विधायक ने ये लगाए थे आरोप : इससे पहले बूंदी से कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा था कि अव्यवस्था के लिए पूर्ववर्ती सरकार को जिम्मेदार बताना वर्तमान ऊर्जा मंत्री का दिवालियापन के अलावा कुछ नहीं है. अगर विभाग समय रहते आकलन कर लेते तो राजस्थान के नागरिकों और उनके बच्चों को भीषण गर्मी में तड़पना नहीं पड़ता. पूर्ववर्ती सरकार ने तो किसानों की रबी की फसल को बचाने के लिए भी अन्य प्रदेशों से अग्रिम समझौते किए थे, जिसके कारण किसानों की रबी की फसल बच पाई. उन्होंने कहा कि एक ओर तो मुख्यमंत्री असत्य बोलकर कहते हैं कि राजस्थान में कोई बिजली कटौती नहीं है और दूसरी तरफ राजस्थान के ऊर्जा मंत्री कटौती के बजाय लोड शेयरिंग के नाम से 5 से 6 घंटे गांव में कटौती कर रहे हैं, जो अनुचित है.
विधायक हरिमोहन शर्मा ने भीषण गर्मी में बिजली की अव्यवस्था के लिए पूर्णतया सरकार और ऊर्जा मंत्री को दोषी ठहराया था. शर्मा ने कहा था कि इनको यह याद है कि प्रदेश में प्रतिदिन लगभग 5 फीसदी बिजली एग्रीमेंट के अनुसार दूसरे प्रदेशों को देना था, लेकिन उसकी वैकल्पिक व्यवस्था करने का काम वर्तमान सरकार का था. यह बिजली एक्सचेंज में जितनी बिजली की आवश्यकता थी, उसका एग्रीमेंट नहीं करने के दोषी हैं.