पटना: बिहार के सबसे बड़े हॉस्पिटल में से एक निजी अस्पताल का भारत सरकार ने इम्पैनलमेंट रद्द कर दिया है. भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग को लगातार मिल रही कई शिकायतों के बाद पूरे मामले में जांच कराए जाने के बाद भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने बेली रोड स्थित पटना के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक निजी हॉस्पिटल का इम्पैनलमेंट रद्द कर दिया है.
पटना के निजी अस्पताल पर बड़ी कार्रवाई: भारत सरकार ने संबंध में आदेश निकलते हुए कहा है कि लगातार कई तरह की शिकायत मिलने के बाद इम्पैनलमेंट को रद्द कर दिया गया है. अगले 6 महीने के लिए इम्पैनलमेंट रद्द किया गया है. भारत सरकार की किसी भी योजना का लाभ निजी अस्पताल को नहीं मिलेगा. इस संबंध में तत्काल स्वास्थ्य विभाग को भी जानकारी दे दी गई है.
शिकायतों के बाद किया गया इम्पैनलमेंट रद्द: इलाज में लापरवाही और बिल के गड़बड़ी को लेकर लगातार शिकायत मिल रही थी, जिसकी जांच के बाद यह बड़ी कार्रवाई की गई है. आपको बता दें कि निजी अस्पताल को लेकर कई तरह की शिकायत मरीज ने बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग में भी की थी और इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति और भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग में जांच भी की गई थी.
भारत सरकार की योजनाओं के लाभार्थी नहीं जाएंगे यहां: खबर आ रही है कि इस जांच के बाद ही भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग में इस तरह का निर्णय लिया है. फिलहाल निजी अस्पताल प्रबंधन इसको लेकर कुछ भी कहने से इंकार करते नजर आ रहे हैं. इस कार्रवाई के बाद अब भारत सरकार की योजनाओं के लाभार्थी इस निजी अस्पताल में नहीं जाएंगे. वहीं जो एडमिड हैं, उनका इलाज जारी रखा जाएगा, फिर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.
इम्पैनलमेंट क्या है?: राज्य के स्वास्थ्य एजेंसी अस्पताल को चिह्नित कर इम्पैनल करती है. केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना और राज्य स्वास्थ्य योजना के नेटवर्क के साथ जोड़ती है. इसके बाद गवर्नमेंट योजनाओं के तहत रजिस्टर्ड लाभार्थी उस अस्पताल से मेडिकल सेवा ले सकते हैं. किसी भी अस्पताल को पैनल में आने के लिए बुनियादी ढांचे, सुविधा और मेडिकल केयर की गुणवत्ता के मानकों से गुजरना होता है.
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