बलरामपुर : जिले के रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज के छतवा गांव में एक हाथी की मौत हो गई है. हाथी का शव मिलने की सूचना मिलते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया है. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है और हाथी के शव की जांच में जुट गई है.
हाथी की मौत से हड़कंप : रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज के छतवा गांव का है. जानकारी के मुताबिक, मृत हाथी झारखंड से अपने दल से बिछड़कर कन्हर नदी के रास्ते छतवा गांव में पहुंचा था. यहां के आसपास जंगल में वह विचरण कर रहा था. गुरुवार को सुबह खोरी मोड़ के नजदीक हाथी का शव देखा गया. घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचे. स्थानीय ग्रामीण भी बड़ी संख्या में आसपास जमा हो गए.
झारखंड से आया था हाथी: रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज में हाथी की मौत की खबर मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे डीएफओ अशोक तिवारी ने बताया कि एक नर हाथी झारखंड से छत्तीसगढ़ में आया था. 16 दिसंबर की शाम तक इसकी रिपोर्टिंग थी. यहां से एक किलोमीटर की दूरी पर झारखंड की सीमा लगी हुई है. आज सुबह हमें हाथी की मृत्यु होने की सूचना मिली. रामानुजगंज रेंज के छतवा जंगल में हाथी का शव मिला है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हाथी की मौत का कारण साफ हो पाएगा.
झारखंड से होता हुआ हाथी यहां पहुंचा. रामानुजगंज की सीमा झारखंड से लगती है. जंगल के रास्ते हाथी यहां तक पहुंचा. पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हाथी की मौत कैसे हुई कहा जा सकता है. - अशोक तिवारी, डीएफओ
मौत की वजह स्पष्ट नहीं : हाथी की मौत किस वजह से हुई है, फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है. वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी हाथी के शव का पोस्टमार्टम कराने में जुटे हुए हैं. पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हाथी की मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा.
नवंबर में भी हुई थी हाथी की मौत : रामानुजगंज के जंगलों में इंसानों और वन्यजीवों के बीच लगातार संघर्ष की घटनाएं सामने आती रहती है. कभी हाथी के हमले में इंसानों की मौत होती है तो कभी इंसानों के जाल में फंसकर वन्यजीव असमय काल के गाल में समा जाते है. बीते नवंबर महीने में बलरामपुर फॉरेस्ट रेंज में एक हाथी का शव मिला था. करंट की चपेट में आने से हाथी की मौत होने की बात सामने आई थी. अब एक बार फिर एक हाथी की मौत होने के बाद वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.