पटना: जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेता यह मान कर चल रहे हैं कि एक झूठ को सौ बार बोलेंगे तो लोग उसे सच मानने लगेंगे. लेकिन यह उनकी भूल है. चार जून को आने वाले नतीजों में उन्हें इसका सही सबक मिल जाएगा. बिहार में जंगलराज कायम करने वाले लोग संविधान को खतरा होने की अनर्गल बात कर 2005 से पहले की कड़वी यादों से बिहार की जनता का ध्यान भटकाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं.
"अब तक संपन्न हुए चार चरणों के मतदान में बिहार और देश की जनता ने विकास को गति देने के लिए मतदान किया है. लोग देश और प्रदेश में शांति, समृद्धि, सुरक्षा, सुविधा, सद्भाव और सुशासन के लिए मतदान कर रहे हैं. मतदाताओं ने राजनीतिक शिगूफे छोड़ने, सनसनी फैलाने और अनर्गल आरोप लगाने वालों को पूरी तरह से नकार दिया है."- संजय कुमार झा, राज्यसभा सांसद, जदयू
बाहुबलियों को संरक्षणः संजय कुमार झा ने कहा कि जिन लोगों ने बिहार में बाहुबलियों को संरक्षण देकर उन्हें कानून का पहरेदार बना दिया था और पूरे बिहार में डर एवं आतंक का माहौल कायम कर दिया था, उनके मुंह से संविधान और लोकतंत्र की बात अच्छी नहीं लगती. जंगलराज में उद्योगपति, व्यवसायी, डॉक्टर आदि जैसे जॉब और रोजगार देने वाले तमाम लोगों को अपहरण और रंगदारी के डर से बिहार से पलायन करना पड़ा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को उस दौर से बड़ी मुश्किल से बाहर निकाल कर विकास की पटरी पर लाया है.
संविधान को कोई खत्म नहीं कर सकता: संजय कुमार झा ने कहा कि केंद्र और राज्य की एनडीए सरकारों ने न्याय के साथ सबके विकास की नीतियों को धरातल पर इस तरह उतारा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बाबा साहब द्वारा तैयार संविधान को देश के उन इलाकों में भी लागू कराया है, जहां पूर्व की सरकारों के दौरान विदेशी झंडे लहराये जाते थे. बाबा साहब के संविधान को कोई भी खत्म नहीं कर सकता, यह बात अनर्गल आरोप लगाने वालों को भी अच्छी तरह पता है. चार जून का चुनाव परिणाम अनर्गल आरोप लगाने वालों के मुंह पर करारा तमाचा साबित होगा.