शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा में सड़क दुर्घटना के बढ़ रहे आंकड़ों को देखते हुए आठ ब्लैक स्पॉट घोषित किए गए हैं. ये ऐसे ब्लैक स्पॉट हैं जहां साल भर में सबसे ज्यादा दुर्घटना होती है और लोगों की जान चली जाती है. ऐसी जगह पर सड़क दुर्घटनाएं कम हो इसके लिए एक साइन बोर्ड और स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी. इसके साथ ही तीखे मोड़ के पास रेडियम टेप और साइन बोर्ड लगाया जा रहा है ताकि अचानक से होने वाली घटनाओं को काम किया जा सके. जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम की भी शुरुआत की जा रही है.
आठ ब्लैक स्पॉट की हुई पहचान: सबसे ज्यादा दुर्घटना होने वाली आठ जगहों को परिवहन विभाग ने चिन्हित किया है. इसकी जानकारी देते हुए एमवीआई अर्चना कुमारी ने बताया कि "आठ जगहों को ब्लैक स्पॉट के तहत घोषित किया गया है. जहां लगातार सड़क दुर्घटना होती है और लोगों की जान जाती है. जिसमें बरबीघा प्रखंड का मिर्जापुर, हटिया मोड, शेखपुरा जिले का बिहिटा गांव, नगर परिषद शेखपुरा के बुधौली चौक, बरबीघा का केवटी के दयाली बीघा, गंगटी गांव, टाटीपुल और हंसापुर गांव को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है." ऐसे जगहों पर अत्यधिक दुर्घटना संभावित क्षेत्र का साइन बोर्ड लगाया जाएगा.
क्या होता है ब्लैक स्पॉट: किसी भी सड़क पर मौजूद ऐसी जगह जो दुर्घटना के लिहाज से बेहद संवेदनशील और जहां बार-बार दुर्घटनायें होती रहती हो उसे ब्लैक स्पॉट घोषित कर दिया जाता है. सड़क पर अचानक से ढलान आ जाता है या फिर ऐसी सड़क जिस पर ढलान के साथ-साथ चौराहे हो जैसी स्थिति भी बन रही हो, जिससे अचानक सामने आने वाले वाहन को देखना मुश्किल हो और वैसे जगह जहां दुर्घटना घटती रहती हो, उसे ब्लैक स्पॉट कहा जाता है.
पढ़ें-शेखपुरा में वाहन की चपेट में आने से आठवीं कक्षा के छात्र की मौत, खाना खाने के बाद टहलने निकला था