लखनऊ: इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से इस्लामी महीने जीकाद की 29 तारीख यानि शुक्रवार को जिलहिज्ज का चांद हो गया. मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने घोषणा किया है कि, शनिवार 8 जून को जिलहिज्ज की पहली तारीख होगी. और ईदुल अजहा का त्योहार यानि बकरीद 17 जून को मनाया जाएगा.
शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने कहा कि, सफीरे हजरत इमाम हुसैन जनाबे मुस्लिम इब्ने अकील की शहादत 9 जिलहिज्ज 16 जून और ईदुल अजहा का त्योहार 17 जून को मनाया जाएगा.
मौलाना सैफ अब्बास ने बताया कि ईद-ए-गदीर 18 जिलहिज्ज 25 जून और ईद-ए-मुबाहिला 1 जुलाई को होगी. इसी तरह आल इंडिया शिया चांद कमेटी के महासचिव मौलाना तसनीम मेहदी ने भी शनिवार को पहली जिलहिज्ज की घोषणा करते हुए कहा कि, ईदुल अजहा का त्योहार 17 जून को मनाया जाएगा.
वहीं इदारए शरैय्या फिरंगी महल के अध्यक्ष मौलाना अबुल इरफान फिरंगी महली ने कहा कि शुक्रवार को जिलहिज्ज के चांद की तस्दीक नहीं हुई। रविवार को पहली जिलहिज्ज होगी और ईदुल अजहा का त्योहार 18 जून को मनाया जाएगा.
मौलना खालिद रशीद ने बताया कि, ईद-उल-अजहा में मुसलमान पर कुर्बानी करना वाजिब है. ईद-उल-अजहा के तीन दिनों (17, 18 और 19 जून) में कुर्बानी करना चाहिए. इन दिनों में इसके बदल कोई दूसरा नेक अमल नहीं हो सकता. इसलिए कानूनी दायरे में रहते हुए कुर्बानी जरूर करें. उन्हीं जानवरों की कुर्बानी की जाए जिन पर कोई कानूनी पाबंदी नहीं है. कुर्बानी वाली जगहों पर सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए. खुली जगह या सड़क के किनारे, गली और सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी न की जाए. कुर्बानी करते समय फोटो या वीडियों न बनाएं और न उसको सोशल मीडिया पर अपलोड करें.
ये भी पढ़ें:'आंध्र प्रदेश में मुस्लिम आरक्षण जारी रहेगा', TDP नेता का दावा