लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय ने नए सत्र में बीए की अपनी प्रवेश प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव किया है. नई व्यवस्था के तहत विश्वविद्यालय की आवेदन प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई है. इसके तहत बैचलर ऑफ आर्ट्स, एनईपी से जुड़े छात्रों को 31 विषयों में किसी भी विषय का चयन करने की सुविधा दी गई है. विश्वविद्यालय की वेबसाइट में आठ ग्रुप के रूप में इसे जोड़ा है. अभी तक बैचलर ऑफ आर्ट्स विषय में प्रवेश लेने के लिए छात्रों को करीब चार दर्जन से अधिक सब्जेक्ट कांबिनेशंस में से विषयों का चुनाव करना होता था. इस प्रक्रिया के कारण लखनऊ विश्वविद्यालय से जुड़े डिग्री कॉलेज में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. नियमानुसार विश्वविद्यालय में आर्ट विषय में कई सब्जेक्ट ऐसे हैं. जिन्हें एक साथ नहीं पढ़ाया जाता है. लेकिन डिग्री कॉलेज में बच्चे उन्हें विषयों को एक साथ चुन लेते थे. जिन्हें बाद में परीक्षा से पहले सुधारवाना पड़ता था. इसी समस्या को देखते हुए विश्वविद्यालय ने अब बीए में एडमिशन के लिए नया कॉन्बिनेशन जारी किया है. अब करीब आठ कांबिनेशंस के माध्यम से नए सत्र में होगा प्रवेश.
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रुपों के सहारे 31 विषय का चयन बीए नई शिक्षा नीति से जुड़ने वाले छात्र कर सकते हैं. प्रत्येक ग्रुप में एक ही विषय का चयन किया जा सकता है. मेजर के रूप में आवंटित विषय को माइनर के रूप में नहीं लिया जा सकता है. वहीं, संख्याकी विषय को माइनर के रूप में तब ले सकते हैं. जब विद्यार्थी ने गणित विषय मेजर के रूप में लिया हो. सांख्यिकी के साथ गणित विषय लेना अनिवार्य किया गया है.
डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव के अनुसार ग्रुप ए में हिंदी, लैंगेवेस्टिक, फंक्शनल हिंदी और उर्दू को शामिल किया गया है. ग्रुप बी में इंग्लिश, मैथमेटिक्स, फंक्शनल संस्कृत संस्कृत विषय है. ग्रुप सी में एसिएंट इंडियन हिस्ट्री, एशियन कल्चर और हिस्ट्री विषय है ग्रुप डी में इकोनॉमिक्स, ज्योतिर्वि विज्ञान, फ्रेंच, अरब कल्चर, अरबी और पर्शियन है. ग्रुप ई में ज्योग्राफी, होम साइंस, फिजिकल एजुकेशन, स्टैटिसटिक्स और फिलॉसफी है. ग्रुप एफ में पॉलिटिकल साइंस, डिफेंस स्टडी, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट विषय है. ग्रुप जी में सोशियोलॉजी, सोशल वर्क, एंथ्रोपोलॉजी को जोड़ा गया है. ग्रुप एच में साइकोलॉजी और एनसीसी को रखा गया है. बीए पाठ्यक्रम में विश्वविद्यालय में 1350 सीटों का निर्धारण किया गया है.
डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव के मुताबिक लखनऊ विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ आर्ट्स की करीब 1300 से अधिक सीटें हैं. सभी संबद्ध 545 कॉलेजों में भी इस विषय की पढ़ाई सबसे ज्यादा होती है. अभी तक बैचलर ऑफ आर्ट्स विषय में ग्रेजुएशन में तीन सब्जेक्ट चुनने होते थे. इसके लिए विश्वविद्यालय करीब 46 सब्जेक्ट कांबिनेशन छात्रों को ऑफर करता था. जिसमें से छात्रों को अपने पसंद के तीन विषयों का चयन करना होता था. लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन अपने यहां प्रवेश के समय छात्रों को सही विषय चयन करने में मदद कर देता था. लेकिन डिग्री कॉलेज में यह संभव नहीं हो पता था. हर बार कॉलेज छात्रों को बीए विषय में गलत सब्जेक्ट कांबिनेशन देकर प्रवेश ले लेते थे. जो बाद में परीक्षा के समय छात्र और कॉलेज के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और परीक्षा से पहले छात्रों के सब्जेक्ट बदलने पड़ते थे. सब्जेक्ट कांबिनेशन लागू होने के बाद से अब छात्रों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. वह किसी भी सब्जेक्ट कांबिनेशन से कोई भी सब्जेक्ट चूस करके प्रवेश ले सकते हैं.
विषयों के चयन की मुख्य शर्तें
- प्रत्येक ग्रुप से एक ही विषय का चयन किया जा सकता है.
- मेजर के रूप में आवंटित विषय को माइनर के रूप में नहीं लिया जा सकता है.
- जिस ग्रुप में से मेजर विषय लिए गए हैं, उस ग्रुप से माइनर विषय नहीं लिया जा सकता है.
- संख्यिकी विषय को माइनर के रूप से तभी लिया जाएगा, जब अभ्यार्थी ने मेजर के रूप में गणित विषय लिया हो.
- संख्यिकी विषय के साथ गणित विषय लेना अनिवार्य है.
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