रोहतास: बिहार के रोहतास में शुक्रवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन डेहरी शाखा के तत्वाधान में एक विशाल डिविजनल काउंसलिंग की बैठक की गई. जहां ईसीआरकेयू डेहरी अध्यक्ष बीरेंद्र पासवान ने समारोह की अध्यक्षता की. कार्यक्रम के पूर्व महामंत्री ने डेहरी स्थित बसावन सिंह के मूर्ति पर माल्यार्पण किया.
अच्छी आमदनी के बाद भी कटौती: इस दौरान यूनियन के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने कहा कि रेलकर्मियों की मंडल और जोन में भारी कमी होते हुए भी परिचालन एवं आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी हो रही है. प्रशासन को चाहिए कि इंफ्रास्ट्रक्चर में वृद्धि के फलस्वरूप रेलवे में बड़ी भर्ती करें. ताकि काम के बोझ तले दबे होने से रेलकर्मी मानसिक तथा शारिरिक प्रताड़ना का शिकार न हो.
प्रोडक्शन यूनिट का भविष्य खतरे में: उन्होंने कहा कि आज नए लड़को को पेंशन से वंचित किया गया है. महिलाओं की चाइल्ड केयर लिव में कटौती कर ली गई है. वहीं, जो काम हमारे रेलकर्मी कर रहे हैं, उस काम को भी आउटसोर्स किया जा रहा है. आज रेल के साथ-साथ प्रोडक्शन यूनिट का भविष्य खतरे में है. मशीनें और श्रम शक्ति हमारी परन्तु काम कराएंगे निजी कम्पनियां, यह कहां से सही है.
पुरानी पेंशन बहाली लागू हो: वहीं, ईसीआरकेयू के केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह डीडीयू पीएनएम प्रभारी मिथलेश कुमार ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली, रेल कॉलोनियों के रख रखाव में सुधार, ट्रैक मेंटेनर को विकल्प के आधार पर समायोजन, ओपन टू आल, एमएसीपी नियमित करना, ट्रैक मेंटेनर को 4200 ग्रेड पे देना तथा पाइंटस मैन को चार स्तरीय पदोन्नति का लाभ देना, डेहरी सामुदायिक भवन एवं अस्पताल का विस्तार करना एवं बीड़ी सेक्शन में लंबे समय से कार्यरत कर्मचारियों का स्वयं के अनुरोध पर जीसी सेक्शन में स्थानांतरण कराने के लिए यूनियन लगातार प्रयासरत है.
"कर्मचारियों में बहुत आक्रोश है. कर्मचारी किसी कीमत पर ये रवया बर्दाश्त नहीं करेंगे. आल इंडिया रेल्वेमेन्स फेडरेशन तथा ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन 1924 से इनके साथ खड़ा रहा है. हम आज भी बलिदान देने के लिए खड़े है और रहेंगे." - एसएनपी श्रीवास्तव, महामंत्री, ECR यूनियन
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