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जमीन सर्वेक्षण के लिए पहुंचे लोगों का ग्रामीणों ने किया विरोध, DVC चेयरमैन और रेलवे के अधिकारियों को लौटना पड़ा वापस - KTPS LAND ISSUE

कोडरमा थर्मल पावर प्लांट को लेकर रेलवे लाइन बिछाने के लिए जमीन देने के लिए ग्रामीण तैयार नहीं हैं. कहा- जान देंगे पर जमीन नहीं.

KTPS LAND ISSUE
कोटीपीएस के लिए जमीन देने के लिये तैयार नहीं ग्रामीण (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 9, 2025, 1:22 PM IST

कोडरमा: जिले के तिलैया डैम ओपी क्षेत्र अंतर्गत हरली चौक के पास रेलवे लाइन का भूमि सर्वेक्षण होना है, जिसके लिए डीवीसी के चेयरमैन व रेलवे के अधिकारी यहां पहुंचे, मगर उनको ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए डीवीसी व रेलवे के अधिकारियों को बगैर भूमि निरीक्षण किए वापस लौटना पड़ा.

इधर मामले की जानकारी मिलने पर बरकट्ठा के पूर्व विधायक जानकी यादव मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के समर्थन में डीवीसी के अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई. जानकी यादव ने कहा कि डीवीसी को ग्रामीणों ने पहले ही काफी जमीन दे रखी है और बदले में यहां के लोग धूल फांक रहे हैं और प्लांट से निकलने वाले प्रदूषण से ग्रसित हैं. अब डीवीसी को एक इंच भी जमीन नहीं दी जाएगी.

कोटीपीएस के लिए जमीन देने के लिये तैयार नहीं ग्रामीण (Etv Bharat)

उन्होंने कहा कि डीवीसी 1600 मेगावाट का विस्तारीकरण करने जा रहा है. अगर उसने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं की तो पूर्व से उत्पादित 1000 मेगावाट पर भी हम रोक लगा देंगे. दूसरी ओर ग्रामीणों ने कहा कि डीवीसी का जब मन होता है तब पुलिस बल के सहारे ग्रामीणों को परेशान करने चली आती है.

बताते चलें कि केटीपीएस में फिलहाल 1 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है और 8-8 सौ मेगावाट की दो यूनिट की जल्द ही शुरुआत होने वाली है, जिसको लेकर रेलवे के द्वारा प्लांट के अंदर कोयला ले जाने हेतु पिपराडीह रेलवे स्टेशन से एक नई रेल लाइन का निर्माण किए जाने की तैयारी है.

फिलहाल हीरोडीह स्टेशन से एक रेलवे लाइन के जरिए प्लांट के अंदर कोयला पहुंचाने का कार्य जारी है. ऐसे में पिपराडीह रेलवे स्टेशन से एक नई रेल लाइन के निर्माण का स्थानीय ग्रामीण विरोध कर रहे हैं क्योंकि इसमें उनकी जमीन जाने का खतरा है.

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इधर मामले की जानकारी मिलने पर बरकट्ठा के पूर्व विधायक जानकी यादव मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के समर्थन में डीवीसी के अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई. जानकी यादव ने कहा कि डीवीसी को ग्रामीणों ने पहले ही काफी जमीन दे रखी है और बदले में यहां के लोग धूल फांक रहे हैं और प्लांट से निकलने वाले प्रदूषण से ग्रसित हैं. अब डीवीसी को एक इंच भी जमीन नहीं दी जाएगी.

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उन्होंने कहा कि डीवीसी 1600 मेगावाट का विस्तारीकरण करने जा रहा है. अगर उसने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं की तो पूर्व से उत्पादित 1000 मेगावाट पर भी हम रोक लगा देंगे. दूसरी ओर ग्रामीणों ने कहा कि डीवीसी का जब मन होता है तब पुलिस बल के सहारे ग्रामीणों को परेशान करने चली आती है.

बताते चलें कि केटीपीएस में फिलहाल 1 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है और 8-8 सौ मेगावाट की दो यूनिट की जल्द ही शुरुआत होने वाली है, जिसको लेकर रेलवे के द्वारा प्लांट के अंदर कोयला ले जाने हेतु पिपराडीह रेलवे स्टेशन से एक नई रेल लाइन का निर्माण किए जाने की तैयारी है.

फिलहाल हीरोडीह स्टेशन से एक रेलवे लाइन के जरिए प्लांट के अंदर कोयला पहुंचाने का कार्य जारी है. ऐसे में पिपराडीह रेलवे स्टेशन से एक नई रेल लाइन के निर्माण का स्थानीय ग्रामीण विरोध कर रहे हैं क्योंकि इसमें उनकी जमीन जाने का खतरा है.

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