ETV Bharat / state

बंदी की कोर्ट से गुहार- 'हुजूर, मुझे नहीं करानी जमानत, पुलिस कर देगी एनकाउंटर' - prisoner rejected his bail plea

आगरा जिला जेल में बंदी की जमानत याचिका की सुनवाई हो रही थी. इस दौरान बंदी ने कहा कि, 'हुजूर, मुझे जमानत नहीं करानी है. पुलिस मेरा एनकाउंटर कर देगी. इस दौरान बंदी की गुहार सुनकर सभी हैरान रह गए.

Etv Bharat
PRISONER REJECTED HIS BAIL (Etv Bharat reporter)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 11, 2024, 10:32 AM IST

Updated : Jun 11, 2024, 10:40 AM IST

आगरा: शहर की दीवानी में सीजेएम अचल प्रताप सिंह के न्यायालय में सोमवार को एक बंदी की गुहार सुनकर सभी हैरान रह गए. बंदी की जमानत याचिका की सुनवाई पर उसने कहा कि, 'हुजूर, मुझे जमानत नहीं करानी है'. इस दौरान बंदी की गुहार सुनकर सभी हैरान रह गए. बंदी ने कहा कि, हाथरस पुलिस ने मेरे परिजन हिरासत में लिए हुए हैं. हाथरस पुलिस के दबाव में मेरे भाई ने जमानत के लिए प्रार्थनापत्र न्यायालय में दाखिल किया है. 'हुजूर, यदि मुझे जमानत दी तो जेल से बाहर जाते ही हाथरस पुलिस मेरा एनकाउंटरकर देगी'. सुनवाई के बाद सीजेएम अचल प्रताप सिंह ने बंदी की जमानत याचिका निरस्त करके उसे जेल भेज दिया.

बता दें कि, सीजेएम अचल प्रताप सिंह ने आगरा जिला जेल में निरुद्ध बंदी विनय वर्मा उर्फ बिल्लू वर्मा को सोमवार कोर्ट में तलब किया गया था. बंदी के भाई ने उसकी जमानत के लिए प्रार्थनापत्र अदालत में पेश किया था. जब जेल से बंदी बिल्लू वर्मा दीवानी में आया. तब वो दीवानी की हवालात में था. तभी भाई के साथ हाथरस पुलिस को देखकर वह घबरा गया. इस दौरान बंदी बिल्लू वर्मा चीखने लगा. उसने अधिवक्ताओं से गुहार लगाई.

भाई से जबरन कराई याचिका दाखिल: बंदी बिल्लू के अधिवक्ता अवधेश कुमार शर्मा ने कहा कि, हाथरस के बिल्लू वर्मा पर सन 2019 में थाना हरीपर्वत में चौथ वसूली का मुकदमा विचाराधीन है. इस मामले में 2023 से गिरफ्तारी वारंट जारी थे. 6 जून 2024 को सीजेएम कोर्ट में बिल्लू वर्मा ने समर्पण किया है. अब हाथरस पुलिस उसकी जमानत कराकर अपनी हिरासत में लेना चाहती थी. बंदी बिल्लू वर्मा ने न्यायाधीश से कहा कि, भाई से जबरन हाथरस पुलिस ने जमानत याचिका दाखिल कराई है.

इसे भी पढ़े-आजम खान को एक और राहत: डूंगरपुर बस्ती में तोड़फोड़-लूटपाट के तीसरे मामले में बरी हुए सपा नेता - Azam Khan Dungarpur Case

हाथरस पुलिस कर देगी एनकाउंटर: सीजेएम कोर्ट में पुलिस जब सोमवार दोपहर करीब पौने दो बजे तक बंदी बिल्लू वर्मा को नहीं लाई तो कोर्ट ने बिल्लू वर्मा को दीवानी स्थित बंदी गृह से बुलवाया. इसके बाद उसकी कोर्ट में पेशी हुई. पेशी में बंदी बिल्लू वर्मा ने सीजेएम से फरियाद की कि, उसकी जमानत मंजूर नहीं की जाए. यदि उसे जमानत दी गई तो हाथरस पुलिस उसे मुठभेड़ में मार डालेगी. क्योंकि, हाथरस पुलिस ने भाई और मां को 7-8 दिन से अवैध हिरासत में रखा है. भाई की पिटाई की. जिससे उसका हाथ भी टूट गया है. इसके बाद पुलिस ने मेरे भाई से मेरी जमानत का प्रार्थनापत्र आपकी कोर्ट में भी प्रस्तुत करा दिया है. इस पर कोर्ट ने जमानत प्रार्थना पत्र निरस्त करके उसे जेल भेज दिया है.


लूट के जुड़े तार तो किया सरेंडर: बता दें कि, हाथरस के अग्रसेन विहार में 15 दिन पहले सर्राफ सौरभ अग्रवाल से लूट की कोशिश हुई थी. इस वारदात के तार भी बिल्लू वर्मा से जुड़े माने जा रहे हैं. इसके बाद ही बिल्लू वर्मा ने पुराने मुकदमे में समर्पण किया और जेल चला गया है.

सराफा बाजार में खौफ था: बता दें कि, सन 2012 में बिल्लू वर्मा के नाम का सराफा बाजार में खौफ था. कई सर्राफों से उसके गैंग ने चौथ वसूली थी. आगरा में सराफा कमेटी के एक पदाधिकारी को गोली मारने में भी उसका नाम सामने आया था. इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसने कई और सर्राफों के नाम टारगेट की सूची और उनके नाम बताए थे. लेकिन, बाद में सराफा कमेटी के पदाधिकारी को गोली मारने की घटना में वह बरी हो गया है.

यह भी पढ़े-सुल्तानपुर में पूर्व MLA चन्द्रभद्र सिंह ने किया सरेंडर, भेजे गए जेल; क्या है मेनका गांधी की हार का कनेक्शन? - MLA Chandrabhadra Singh surrendered

आगरा: शहर की दीवानी में सीजेएम अचल प्रताप सिंह के न्यायालय में सोमवार को एक बंदी की गुहार सुनकर सभी हैरान रह गए. बंदी की जमानत याचिका की सुनवाई पर उसने कहा कि, 'हुजूर, मुझे जमानत नहीं करानी है'. इस दौरान बंदी की गुहार सुनकर सभी हैरान रह गए. बंदी ने कहा कि, हाथरस पुलिस ने मेरे परिजन हिरासत में लिए हुए हैं. हाथरस पुलिस के दबाव में मेरे भाई ने जमानत के लिए प्रार्थनापत्र न्यायालय में दाखिल किया है. 'हुजूर, यदि मुझे जमानत दी तो जेल से बाहर जाते ही हाथरस पुलिस मेरा एनकाउंटरकर देगी'. सुनवाई के बाद सीजेएम अचल प्रताप सिंह ने बंदी की जमानत याचिका निरस्त करके उसे जेल भेज दिया.

बता दें कि, सीजेएम अचल प्रताप सिंह ने आगरा जिला जेल में निरुद्ध बंदी विनय वर्मा उर्फ बिल्लू वर्मा को सोमवार कोर्ट में तलब किया गया था. बंदी के भाई ने उसकी जमानत के लिए प्रार्थनापत्र अदालत में पेश किया था. जब जेल से बंदी बिल्लू वर्मा दीवानी में आया. तब वो दीवानी की हवालात में था. तभी भाई के साथ हाथरस पुलिस को देखकर वह घबरा गया. इस दौरान बंदी बिल्लू वर्मा चीखने लगा. उसने अधिवक्ताओं से गुहार लगाई.

भाई से जबरन कराई याचिका दाखिल: बंदी बिल्लू के अधिवक्ता अवधेश कुमार शर्मा ने कहा कि, हाथरस के बिल्लू वर्मा पर सन 2019 में थाना हरीपर्वत में चौथ वसूली का मुकदमा विचाराधीन है. इस मामले में 2023 से गिरफ्तारी वारंट जारी थे. 6 जून 2024 को सीजेएम कोर्ट में बिल्लू वर्मा ने समर्पण किया है. अब हाथरस पुलिस उसकी जमानत कराकर अपनी हिरासत में लेना चाहती थी. बंदी बिल्लू वर्मा ने न्यायाधीश से कहा कि, भाई से जबरन हाथरस पुलिस ने जमानत याचिका दाखिल कराई है.

इसे भी पढ़े-आजम खान को एक और राहत: डूंगरपुर बस्ती में तोड़फोड़-लूटपाट के तीसरे मामले में बरी हुए सपा नेता - Azam Khan Dungarpur Case

हाथरस पुलिस कर देगी एनकाउंटर: सीजेएम कोर्ट में पुलिस जब सोमवार दोपहर करीब पौने दो बजे तक बंदी बिल्लू वर्मा को नहीं लाई तो कोर्ट ने बिल्लू वर्मा को दीवानी स्थित बंदी गृह से बुलवाया. इसके बाद उसकी कोर्ट में पेशी हुई. पेशी में बंदी बिल्लू वर्मा ने सीजेएम से फरियाद की कि, उसकी जमानत मंजूर नहीं की जाए. यदि उसे जमानत दी गई तो हाथरस पुलिस उसे मुठभेड़ में मार डालेगी. क्योंकि, हाथरस पुलिस ने भाई और मां को 7-8 दिन से अवैध हिरासत में रखा है. भाई की पिटाई की. जिससे उसका हाथ भी टूट गया है. इसके बाद पुलिस ने मेरे भाई से मेरी जमानत का प्रार्थनापत्र आपकी कोर्ट में भी प्रस्तुत करा दिया है. इस पर कोर्ट ने जमानत प्रार्थना पत्र निरस्त करके उसे जेल भेज दिया है.


लूट के जुड़े तार तो किया सरेंडर: बता दें कि, हाथरस के अग्रसेन विहार में 15 दिन पहले सर्राफ सौरभ अग्रवाल से लूट की कोशिश हुई थी. इस वारदात के तार भी बिल्लू वर्मा से जुड़े माने जा रहे हैं. इसके बाद ही बिल्लू वर्मा ने पुराने मुकदमे में समर्पण किया और जेल चला गया है.

सराफा बाजार में खौफ था: बता दें कि, सन 2012 में बिल्लू वर्मा के नाम का सराफा बाजार में खौफ था. कई सर्राफों से उसके गैंग ने चौथ वसूली थी. आगरा में सराफा कमेटी के एक पदाधिकारी को गोली मारने में भी उसका नाम सामने आया था. इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसने कई और सर्राफों के नाम टारगेट की सूची और उनके नाम बताए थे. लेकिन, बाद में सराफा कमेटी के पदाधिकारी को गोली मारने की घटना में वह बरी हो गया है.

यह भी पढ़े-सुल्तानपुर में पूर्व MLA चन्द्रभद्र सिंह ने किया सरेंडर, भेजे गए जेल; क्या है मेनका गांधी की हार का कनेक्शन? - MLA Chandrabhadra Singh surrendered

Last Updated : Jun 11, 2024, 10:40 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.