मसौढ़ी: राजधानी पटना के मसौढ़ी में सभी दवा दुकानों को बंद कर दिया गया है. सुप्रसिद्ध डॉक्टर जसवंत सिंह के निधन होने पर मसौढ़ी के सभी दवा दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है. जसवंत सिंह के निधन से डॉक्टरों में शोक की लहर हैं. हर कोई उनकी कमी को महसूस कर रहा हैं. सभी का कहना है कि सुप्रसिद्ध डॉक्टर जसवंत सिंह के जाने से मेडिकल क्षेत्र को बड़ा नुकसान हुआ है.
नहीं रहे '10 रुपये वाले डॉक्टर जसवंत' : बताया जा रहा कि डॉक्टर जसवंत सिंह 80 साल के थे. वे पिछले कई दिनों से बीमारी थे. ऐसे में मंगलवार 20 फरवरी की सुबह उनकी मौत हो गई. उनकी मौत की खबर लगते ही इलाके में सनसनी फैल गई. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
1980 के दशक से डॉक्टर थे: बता दें कि मसौढ़ी के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर जसवंत सिंह 1980 के दशक से डॉक्टर थे. उन्होंने मसौढ़ी की चिकित्सा सेवा को बदल कर रख दिया था. उनकी सबसे बड़ी खासियत यह थी कि वह वैसे डॉक्टर थे जो बहुत कम पैसों में डायग्नोसिस करते थे. इनकी पर्ची पर लिखी हुई दवाइयां महज 10 या 20 रूपये में मिल जाती थी.
दोपहर बाद खुलेगी दुकानें: जसवंत सिंह के निधन को लेकर मसौढ़ी केमिस्ट एंड ड्रजिस्ट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट मुकेश कुमार एवं सचिव अनिल कुमार ने सभी दवा दुकानों को उनकी याद में श्रद्धांजलि देते हुए बंद रखा है. बताया जा रहा कि दोपहर बाद से ही कुछ दवाई दुकानें इमरजेंसी के लिए खोली जाएगी.
"1980 के दशक से डॉ जसवंत सिंह मसौढ़ी में चिकित्सा सेवा दे रहे हैं. वह मरीजों को कम पैसे में डायग्नोसिस करने वाले डॉक्टर में से एक थे. ऐसे में उनकी याद में सभी दवा मंडी को बंद रखा गया है." - मुकेश कुमार, प्रेसिडेंट, मसौढी केमिस्ट एसोसिएशन
"मसौढ़ी में कम पैसों में गरीबों का इलाज करने वाले डॉक्टर जसवंत सिंह अब नहीं रहे हैं. उनकी याद में हम सभी मसौढ़ी केमिस्ट एंड ड्रजिस्ट एसोसिएशन के लोगों ने दावा दुकान बंद कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं." - अनिल कुमार, सचिव, मसौढी केमिस्ट एंड ड्रजिस्ट एसोसिएशन
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