करनाल: आस-पास के क्षेत्र के लोगों को एक बहुत ही जल्द बड़ी सौगात मिलने वाली है. अब आने वाले कुछ महीने में करनाल से देश के अलग-अलग शहरों के लिए हवाई सफर किया जा सकेगा. इसके लिए करनाल एयरोड्रोम (Karnal Aerodrome) को डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने की योजना पर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से हरियाणा के स्वास्थ्य एवं नागरिक उड्डयन मंत्री कमल गुप्ता गुरुवार को करनाल एयरोड्रोम पहुंचे.
हरियाणा के नागरिक उड्डयन मंत्री कमल गुप्ता वीरवार को करनाल एयरोड्रोम का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे. नागरिक उड्डयन मंत्री ने करनाल एयरोड्रोम के अधिकारियों, उपायुक्त उत्तम सिंह, लोक निर्माण विभाग के साथ-साथ अन्य संबंधित विभागों के साथ करनाल में डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा की है. इस प्रस्ताव को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल करनाल के नागरिकों को डोमेस्टिक एयरपोर्ट की सौगात देना चाहते हैं. कमल गुप्ता ने एयरपोर्ट बनाने के रास्ते में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने का अधिकारियों को निर्देश दिया.
कमल गुप्ता ने करनाल एयरोड्रोम की वर्कशॉप, हवाई पट्टी और एयरोड्रोम के चारों तरफ बनाई गई चारदीवारी और अन्य मुख्य कक्षों का निरीक्षण किया. इस दौरान एनसीसी कैडेटस, प्रशिक्षण ग्रहण करने वाले लोगों के बारे में फीडबैक रिपोर्ट ली और नियमानुसार यात्रियों की सुविधा के लिए बनाए जाने वाले कक्षों के बारे में भी अधिकारियों से विस्तार से जानकारी हासिल की. इस बाबत अधिकारियों को कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए. नागरिक उड्डयन मंत्री ने करनाल लोकसभा के सांसद मनोहर लाल को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब करनाल में विकास और तेज गति से होगा.
कमल गुप्ता ने कहा कि वो पिंजौर और अंबाला में निरीक्षण करने के उपरांत करनाल एयरोड्रोम का अवलोकन करने के लिए पहुंचे हैं. सरकार की योजना है कि डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाया जाए. अब अधिकारियों से फिजीबल रिपोर्ट लेने के बाद निर्णय लिया जाएगा कि करनाल में डोमेस्टिक एयरपोर्ट की योजना को अमलीजामा पहनाया जा सकता है या नहीं. अगर डोमेस्टिक एयरपोर्ट की फिजीबल रिपोर्ट को संबंधित विभाग से हरी झंडी मिली तो सरकार की ओर से जल्द ही इस पर काम शुरू हो जायेगा.
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि करनाल, अंबाला, पिंजौर, नारनौल और भिवानी में 3 से 4 हजार फुट की पट्टिïयां हैं. इन सभी हवाई पट्टिïयों का सर्वे किया जा रहा है और आरसीएस के तहत डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने की संभावनाओं को तलाश किया जा रहा है. इन सभी हवाई पट्टिïयों का सर्वे करने के बाद अधिकारियों से चर्चा की जाएगी और जहां-जहां संभावना होगी वहां डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाया जाएगा.