सवाई माधोपुर: रणथंभौर और यहां के वन्यजीवों को केनवास पर उतार कर सवाई माधोपुर निवासी इमामुद्दीन काजी देश-विदेश में विख्यात हो रहे हैं. उनके मुरीदों में फिल्म स्टार और राजनेता भी शामिल हैं. इमामुद्दीन जन्म से दिव्यांग (मूक-बधिर) हैं. हालांकि इस अधूरेपन को उन्होंने कभी बहाना नहीं बनाया और एक से बढ़कर एक पेंटिंग्स से लोगों का दिल जीता.
इमामुद्दीन काजी पिछले लगभग 35 सालों से नेशनल पार्क के वन्यजीवों की पेंटिंग्स के चलते जाने जाते हैं. शुरू से उनका रणथंभौर से लगवा रहा है. आपको बता दें कि इमामुद्दीन बोल और सुन नहीं सकते. इसके बावजूद अपनी केनवास पेंटिंग के माध्यम से वन्यजीवों की पीड़ा को मुंह से ना बताकर अपनी पेंटिंग के माध्यम से लोगों को रूबरू करवाते हैं.
इमामुद्दीन एक गरीब परिवार से हैं. उन्हें शुरू से ही वन्यजीवों की पेंटिंग बनाने का शौक रहा है. इसी के चलते आज वे देश ही नहीं विदेशों तक विख्यात हो रहे हैं. इमामुद्दीन अपनी पेंटिंग्स को फिल्म स्टार संजय दत्त सहित कई एक्टर्स एवं राजनेताओं को भी गिफ्ट स्वरूप दे चुके हैं.
पढ़ें: लोगों ने मारे ताने, लेकिन दादा का सपना किया पूरा, जानिए दिव्यांग राची की सफलता की कहानी
इमामुद्दीन काजी सवाई माधोपुर मुख्यालय में पड़ने वाले आलनपुर के निवासी हैं. उनके हाथों से बनाई गई कई पेंटिंग्स विदेशों में लाखों रुपए की कीमत में बिक चुकी है. इमामुद्दीन ने सवाई माधोपुर में वन विभाग सहित नेशनल पार्क से जुड़े ऑफिस एवं अन्य स्थानों की दीवारों पर अपनी कला के द्वारा कई वन्यजीवों की पेंटिंग बनाई है. इमामुद्दीन को अपनी पेंटिंग्स को लेकर फीडबैक सोशल मीडिया के माध्यम से मिलता रहता है.