ETV Bharat / state

जन्म से दिव्यांग इमामुद्दीन वन्यजीवों की पेंटिंग्स बना देश-विदेश में हुए विख्यात, नामी एक्टर्स और नेता हैं इनके मुरीद - Divyang Artist In Sawai Madhopur

सवाई माधोपुर निवासी इमामुद्दीन वन्यजीवों की पेंटिंग के लिए देश-विदेश में जाने जाते हैं. जन्म से दिव्यांग इमामुद्दीन की इस कला के दीवानों में फिल्म स्टार्स और पॉलिटिशियन शामिल हैं.

Divyang Artist In Sawai Madhopur
दिव्यांग कलाकार इमामुद्दीन काजी (ETV Bharat Sawai Madhopur)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 25, 2024, 4:10 PM IST

Updated : Jul 25, 2024, 8:26 PM IST

दिव्यांग इमामुद्दीन की वन्यजीवों की पेंटिंग्स की ख्याति विदेश तक (ETV Bharat Sawai Madhopur)

सवाई माधोपुर: रणथंभौर और यहां के वन्यजीवों को केनवास पर उतार कर सवाई माधोपुर निवासी इमामुद्दीन काजी देश-विदेश में विख्यात हो रहे हैं. उनके मुरीदों में फिल्म स्टार और राजनेता भी शामिल हैं. इमामुद्दीन जन्म से दिव्यांग (मूक-बधिर) हैं. हालांकि इस अधूरेपन को उन्होंने कभी बहाना नहीं बनाया और एक से बढ़कर एक पेंटिंग्स से लोगों का दिल जीता.

इमामुद्दीन काजी पिछले लगभग 35 सालों से नेशनल पार्क के वन्यजीवों की पेंटिंग्स के चलते जाने जाते हैं. शुरू से उनका रणथंभौर से लगवा रहा है. आपको बता दें कि इमामुद्दीन बोल और सुन नहीं सकते. इसके बावजूद अपनी केनवास पेंटिंग के माध्यम से वन्यजीवों की पीड़ा को मुंह से ना बताकर अपनी पेंटिंग के माध्यम से लोगों को रूबरू करवाते हैं.

पढ़ें: जन्म से दिव्यांग सुनीता ने चुनौतियों से जूझकर हासिल किया मुकाम, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित, इस फिल्म में आ चुकी हैं नजर

इमामुद्दीन एक गरीब परिवार से हैं. उन्हें शुरू से ही वन्यजीवों की पेंटिंग बनाने का शौक रहा है. इसी के चलते आज वे देश ही नहीं विदेशों तक विख्यात हो रहे हैं. इमामुद्दीन अपनी पेंटिंग्स को फिल्म स्टार संजय दत्त सहित कई एक्टर्स एवं राजनेताओं को भी गिफ्ट स्वरूप दे चुके हैं.

पढ़ें: लोगों ने मारे ताने, लेकिन दादा का सपना किया पूरा, जानिए दिव्यांग राची की सफलता की कहानी

इमामुद्दीन काजी सवाई माधोपुर मुख्यालय में पड़ने वाले आलनपुर के निवासी हैं. उनके हाथों से बनाई गई कई पेंटिंग्स विदेशों में लाखों रुपए की कीमत में बिक चुकी है. इमामुद्दीन ने सवाई माधोपुर में वन विभाग सहित नेशनल पार्क से जुड़े ऑफिस एवं अन्य स्थानों की दीवारों पर अपनी कला के द्वारा कई वन्यजीवों की पेंटिंग बनाई है. इमामुद्दीन को अपनी पेंटिंग्स को लेकर फीडबैक सोशल मीडिया के माध्यम से मिलता रहता है.

दिव्यांग इमामुद्दीन की वन्यजीवों की पेंटिंग्स की ख्याति विदेश तक (ETV Bharat Sawai Madhopur)

सवाई माधोपुर: रणथंभौर और यहां के वन्यजीवों को केनवास पर उतार कर सवाई माधोपुर निवासी इमामुद्दीन काजी देश-विदेश में विख्यात हो रहे हैं. उनके मुरीदों में फिल्म स्टार और राजनेता भी शामिल हैं. इमामुद्दीन जन्म से दिव्यांग (मूक-बधिर) हैं. हालांकि इस अधूरेपन को उन्होंने कभी बहाना नहीं बनाया और एक से बढ़कर एक पेंटिंग्स से लोगों का दिल जीता.

इमामुद्दीन काजी पिछले लगभग 35 सालों से नेशनल पार्क के वन्यजीवों की पेंटिंग्स के चलते जाने जाते हैं. शुरू से उनका रणथंभौर से लगवा रहा है. आपको बता दें कि इमामुद्दीन बोल और सुन नहीं सकते. इसके बावजूद अपनी केनवास पेंटिंग के माध्यम से वन्यजीवों की पीड़ा को मुंह से ना बताकर अपनी पेंटिंग के माध्यम से लोगों को रूबरू करवाते हैं.

पढ़ें: जन्म से दिव्यांग सुनीता ने चुनौतियों से जूझकर हासिल किया मुकाम, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित, इस फिल्म में आ चुकी हैं नजर

इमामुद्दीन एक गरीब परिवार से हैं. उन्हें शुरू से ही वन्यजीवों की पेंटिंग बनाने का शौक रहा है. इसी के चलते आज वे देश ही नहीं विदेशों तक विख्यात हो रहे हैं. इमामुद्दीन अपनी पेंटिंग्स को फिल्म स्टार संजय दत्त सहित कई एक्टर्स एवं राजनेताओं को भी गिफ्ट स्वरूप दे चुके हैं.

पढ़ें: लोगों ने मारे ताने, लेकिन दादा का सपना किया पूरा, जानिए दिव्यांग राची की सफलता की कहानी

इमामुद्दीन काजी सवाई माधोपुर मुख्यालय में पड़ने वाले आलनपुर के निवासी हैं. उनके हाथों से बनाई गई कई पेंटिंग्स विदेशों में लाखों रुपए की कीमत में बिक चुकी है. इमामुद्दीन ने सवाई माधोपुर में वन विभाग सहित नेशनल पार्क से जुड़े ऑफिस एवं अन्य स्थानों की दीवारों पर अपनी कला के द्वारा कई वन्यजीवों की पेंटिंग बनाई है. इमामुद्दीन को अपनी पेंटिंग्स को लेकर फीडबैक सोशल मीडिया के माध्यम से मिलता रहता है.

Last Updated : Jul 25, 2024, 8:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.