जयपुर. सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जयपुर जिला प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा. सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला यातायात प्रबंधन समिति की बैठक में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने यह जानकारी दीय उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर दुर्घटनाओं को कम करने के लिए पुराने साइनेज को हटाकर नए साइनेज लगाए जाएंगे.
डॉ. सोनी ने कहा कि भांकरोटा अग्निकांड के बाद प्रशासन दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर फ्लाईओवर के निर्माण कार्य को जल्द पूरा किया जाए और जिले में एक्सीडेंट फ्री सड़कें चिन्हित कर उनका विकास किया जाए, ताकि इन्हें आदर्श सड़कों के रूप में पहचाना जा सके. इससे अन्य सड़कों और राजमार्गों पर भी सुगम यातायात सुनिश्चित हो सकेगा.
इसके अलावा, डॉ. सोनी ने जयपुर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भारत सरकार के नए नोटिफिकेशन के अनुसार स्पीड लिमिट के साइनेज बोर्ड लगाने, ब्लैक स्पॉट्स के निवारण और यातायात नियमों की कड़ाई से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी कहा कि राजमार्गों पर अनाधिकृत पार्किंग और रिफलेक्टिव टेप जैसे उल्लंघनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. बैठक में अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जिनमें ज्वलनशील पदार्थों की जीपीएस ट्रैकिंग, रूट उल्लंघन, टोल नाकों पर शराब या नशे में चलने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई, और बेसहारा पशुओं को रेडियम पट्टी लगाकर सर्दी में सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने के विषय शामिल थे. बैठक में पुलिस आयुक्त यातायात, पुलिस आयुक्त पश्चिम, अतिरिक्त जिला कलक्टर (पूर्व) देवेन्द्र कुमार जैन, जयपुर विकास प्राधिकरण, परिवहन विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी और मुस्कान फाउंडेशन के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे.
14 जनवरी से लाडेसर अभियान : जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी ने कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की स्थिति में सुधार के लिए जिले में लाडेसर अभियान के शुरुआत के लिए निर्देश दिए. जयपुर जिले में 14 जनवरी से लाडेसर अभियान का शुभारंभ किया जाएगा. कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि लाडेसर अभियान कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की स्थिति में सुधार का जरिया बनेगा. अभियान के अंतर्गत कम वजन एवं अति कम वजन वाले बच्चों के पोषण पर निगरानी रखी जाएगी. प्रत्येक कम वजन एवं अति कम वजन वाले बच्चों को प्रतिमाह एक-एक लाडेसर पोषाहार किट का वितरण किया जाएगा.