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ज्योतिर्मठ में सुरक्षात्मक कार्याें के लिए डीपीआर लगभग तैयार, परीक्षण के बाद जल्द शुरू होगा काम

चमोली में डीएम संदीप तिवारी ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक की. इसी बीच ज्योतिर्मठ में सुरक्षात्मक कार्याें की डीपीआर को पेश किया गया.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 3 hours ago

JYOTIRMATH LAND SUBSIDENCE
सुरक्षात्मक कार्याें को लेकर बैठक आयोजित हुई (photo- ETV Bharat)

चमोली: भू-धंसाव से प्रभावित ज्योतिर्मठ में सुरक्षात्मक कार्याें के लिए डीपीआर तैयार करने का काम लगभग पूरा हो गया है. आईआईटी रुड़की द्वारा डीपीआर का परीक्षण पूरा करने पर जल्द इस पर काम शुरू किया जाएगा. ये जानकारी जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बैठक में स्थानीय लोगों को दी है.

आज जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में नगर पालिका सभागार में स्थानीय लोगों के साथ बैठक आयोजित हुई, जिसमें कार्यदायी संस्थाओं ने शहर में सुरक्षात्मक कार्याें के लिए तैयार की गई डीपीआर का प्रस्तुतिकरण दिया और बताया कि ज्योतिर्मठ में सीवरेज, ड्रेनेज, स्लोप स्टेबलाइजेशन और नदी किनारे टो-प्रोटेक्शन वॉल निर्माण के कार्य किए जाने हैं.

ज्योतिर्मठ में सुरक्षात्मक कार्याें के लिए डीपीआर लगभग तैयार (VIDEO-ETV Bharat)

पेयजल निगम ने सीवरेज और ड्रेनेज कार्याें का प्रेजेंटेशन देते हुए बताया कि ज्योतिर्मठ में 2.95 एमएलडी क्षमता का नया एसटीपी बनाने के साथ-साथ सभी घरों को सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा. औली से मारवाड़ी तक बहने वाले सात प्रमुख नालों सहित इसके सहयोगी छोटे-बड़े सभी नालों का ट्रीटमेंट किया जाएगा. वहीं, लोक निर्माण विभाग द्वारा पूरे ज्योतिर्मठ क्षेत्र में 12 स्थानों पर स्लोप स्टेबलाइजेशन और नगर क्षेत्र में सभी सड़कों का ट्रीटमेंट किया जाएगा. सिंचाई विभाग द्वारा अलकनंदा नदी किनारे टो-प्रोटेक्शन वॉल के निर्माण हेतु डीपीआर तैयार की गई है. शीघ्र ही इन सभी प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा.

जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि प्रस्तावित कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए ज्योतिर्मठ में समिति गठित की जाएगी. समिति में ज्योतिर्मठ के प्रत्येक वार्ड से किसी एक व्यक्ति को सदस्य के तौर पर रखा जाएगा. प्रस्तावित कार्यों के लिए निजी भूमि की आवश्यकता पड़ने पर एक निर्धारित एसओपी के तहत मुआवजा वितरण के साथ सरकार द्वारा भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग को धौलीगंगा पर विष्णुप्रयाग से ऐरा पुल तक नदी किनारे सुरक्षात्मक कार्य की भी डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.

संदीप तिवारी ने कहा कि शीतकाल को देखते हुए ग्रीन और यलो जोन स्थित भवनों की मरम्मत और सुरक्षित स्थानों पर निर्माण कार्यों के लिए जल्द अनुमति दी जाएगी. ज्योर्तिमठ में पुनर्वास कार्यालय स्थापित करते हुए कार्मिकों की तैनाती कर ली गई है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की छोटी-बड़ी समस्याओं का भी प्राथमिकता पर निस्तारण करने का प्रयास रहेगा. सभी के सुझाव और सहयोग से सुरक्षात्मक कार्यों को शीघ्र पूरा कराया जाएगा.

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आज जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में नगर पालिका सभागार में स्थानीय लोगों के साथ बैठक आयोजित हुई, जिसमें कार्यदायी संस्थाओं ने शहर में सुरक्षात्मक कार्याें के लिए तैयार की गई डीपीआर का प्रस्तुतिकरण दिया और बताया कि ज्योतिर्मठ में सीवरेज, ड्रेनेज, स्लोप स्टेबलाइजेशन और नदी किनारे टो-प्रोटेक्शन वॉल निर्माण के कार्य किए जाने हैं.

ज्योतिर्मठ में सुरक्षात्मक कार्याें के लिए डीपीआर लगभग तैयार (VIDEO-ETV Bharat)

पेयजल निगम ने सीवरेज और ड्रेनेज कार्याें का प्रेजेंटेशन देते हुए बताया कि ज्योतिर्मठ में 2.95 एमएलडी क्षमता का नया एसटीपी बनाने के साथ-साथ सभी घरों को सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा. औली से मारवाड़ी तक बहने वाले सात प्रमुख नालों सहित इसके सहयोगी छोटे-बड़े सभी नालों का ट्रीटमेंट किया जाएगा. वहीं, लोक निर्माण विभाग द्वारा पूरे ज्योतिर्मठ क्षेत्र में 12 स्थानों पर स्लोप स्टेबलाइजेशन और नगर क्षेत्र में सभी सड़कों का ट्रीटमेंट किया जाएगा. सिंचाई विभाग द्वारा अलकनंदा नदी किनारे टो-प्रोटेक्शन वॉल के निर्माण हेतु डीपीआर तैयार की गई है. शीघ्र ही इन सभी प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा.

जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि प्रस्तावित कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए ज्योतिर्मठ में समिति गठित की जाएगी. समिति में ज्योतिर्मठ के प्रत्येक वार्ड से किसी एक व्यक्ति को सदस्य के तौर पर रखा जाएगा. प्रस्तावित कार्यों के लिए निजी भूमि की आवश्यकता पड़ने पर एक निर्धारित एसओपी के तहत मुआवजा वितरण के साथ सरकार द्वारा भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग को धौलीगंगा पर विष्णुप्रयाग से ऐरा पुल तक नदी किनारे सुरक्षात्मक कार्य की भी डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.

संदीप तिवारी ने कहा कि शीतकाल को देखते हुए ग्रीन और यलो जोन स्थित भवनों की मरम्मत और सुरक्षित स्थानों पर निर्माण कार्यों के लिए जल्द अनुमति दी जाएगी. ज्योर्तिमठ में पुनर्वास कार्यालय स्थापित करते हुए कार्मिकों की तैनाती कर ली गई है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की छोटी-बड़ी समस्याओं का भी प्राथमिकता पर निस्तारण करने का प्रयास रहेगा. सभी के सुझाव और सहयोग से सुरक्षात्मक कार्यों को शीघ्र पूरा कराया जाएगा.

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