किशनगंज: बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल मंत्री का पद संभालने के बाद से चर्चाओं में रह रहे हैं. अंचल कार्यालय में लोगों को काम कराने में परेशानी न हो, इसके लिए कई निर्णय लिये. भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कसना शुरू किया. मंत्री ने कहा कि जब से उन्होंने पदभार संभाला है उसके बाद से तीन दर्जन से अधिक अंचलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई. आधा दर्जन से अधिक राजस्व कर्मियों की गिरफ्तारी हुई है एवं एक एलआरडीसी पर कारवाई हुई है.
"जब मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं होगा तो मंत्री या सरकार भ्रष्टाचारी नहीं होगी. तभी जनता को सेवा लाभ मिल सकता है. तीन महीने के अंदर ही दलालों और भ्रष्टाचारियों में हड़कंप मच गया है. जब तक मैं मंत्री हूं, भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई चलती रहेगी."-डॉ दिलीप कुमार जायसवाल, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री
पार्टी की मजबूती का प्लानः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद संभालने के बाद सीमांचल में पार्टी की मजबूती को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी से कोई चुनौती नहीं है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही कांग्रेस और उससे मिलती जुलती पार्टियों ने देश को जाति और धर्म में बांटने का कार्य किया है. ये लोग नहीं चाहते कि समाज में एक अच्छा वातावरण बने. उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य ही इंसानियत और मानवता है, जिसका लाभ पार्टी और इस क्षेत्र की तमाम जनता को मिलेगा.
25 जुलाई को बदल गए प्रदेश अध्यक्षः बता दें कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बीजेपी ने नए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिलीप जायसवाल को दी है. 25 जुलाई की देर शाम बीजेपी ने यह फैसला लिया. इससे पहले सम्राट चौधरी प्रदेश अध्यक्ष के पद पर थे. लेकिन एनडीए सरकार में डिप्टी सीएम बनने के बाद उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा.
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