जबलपुर। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी मुखर बयानबाजी को लेकर जाने जाते हैं. एक बार फिर दिग्विजय सिंह के निशाने पर आरएसएस है. युवक कांग्रेस के आंदोलन में उन्होंने कहा कि 'आरएसएस जनता के साथ माइंड गेम खेलती है, वह लोगों को डरवाती है. खुद ना तो आंदोलन करती है और ना उनके नेता डंडा खाते हैं, लेकिन दूसरों को जेल पहुंचा देते हैं. उन्होंने कहा कि यदि आरएसएस से लड़ना है तो उन्हीं के तरीके से आंदोलन करने होंगे.
आरएसएस पर बरसे दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह का कहना है कि 'राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ लोगों के साथ माइंड गेम खेलता है और यह सिलसिला स्कूल से ही शुरू हो जाता है. सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों के दिमाग में ऐसी बातें भरी जाती हैं, जिससे वे जीवन भर संघ के सदस्य रहते हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं संघ पर बहुत रिसर्च की है. मैं उनका घोर विरोधी भी हूं और प्रशंसक भी. वह किसी से लड़ते नहीं कोई आंदोलन नहीं करते, लेकिन हम लोगों को लड़वाते भी हैं और जेल भी पहुंचा देते हैं.'
पूर्व सीएम ने बताए संघ से निपटने के तरीके
दिग्विजय सिंह ने युवक कांग्रेस के नेताओं को समझाया कि संघी आपके घर आते हैं. आपके परिवार से मिलते हैं. परिवार के लोगों को समझाया जाता है कि हिंदू खतरे में है और युवा मोर्चा से जुड़ने से आपका भविष्य सुरक्षित रहेगा. इस तरह भी भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्यकर्ता जुड़ते हैं. दिग्विजय सिंह का कहना है कि यदि संघियों से लड़ना है तो उन्हें उन्हीं के तरीके से मारना होगा. आप लोग भी नर्सिंग और नीट घोटाले के पर्चे छपवाइए, उनको हर बूथ तक पहुंचाइये और बूथ प्रभारी से कहिए कि इन्हें वे घर-घर बांटे.
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पर्चा, चर्चा फिर खर्चा
उसके बाद उस पर चर्चा कीजिए. यह चर्चा भी बूथ लेवल पर की जाए, दिग्विजय सिंह ने कहा कि पहले पर्चा फिर चर्चा इसके बाद खर्चा की बात कीजिए. इस तरीके से आप संघियों से लड़ सकते हैं. दिग्विजय सिंह जबलपुर में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट भी पहुंचे. दरअसल में राघौगढ़ विधानसभा चुनाव के खिलाफ चुनाव याचिका लगाने के लिए जबलपुर आए थे. उन्होंने अपने वकीलों के माध्यम से हाई कोर्ट में एक चुनाव याचिका दाखिल की. जिसमें उन्होंने राघौगढ़ विधानसभा के चुनाव को चुनौती दी है.