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"RSS-BJP हमारी दुश्मन नहीं", दिग्विजय सिंह ने बताई सनातन धर्म की व्याख्या - DIGVIJAY SINGH ON SANATAN DHARMA

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सनातन धर्म को लेकर अपना नजरिया स्पष्ट किया. उन्होंने बीजेपी से कई सवााल भी किए.

Digvijay Singh on Sanatan Dharma
दिग्विजय सिंह ने बताई सनातन धर्म की व्याख्या (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 23, 2024, 10:50 AM IST

Updated : Dec 23, 2024, 6:18 PM IST

राजगढ़/इंदौर: पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा "सनातन धर्म का पालन हम सभी लोग करते हैं, लेकिन सनातन धर्म में ये कहां लिखा है मुसलमानों को मारो." दिग्विजय सिंह ने सावरकर की एक पुस्तक का उदाहरण देते हुए कहा " हिंदुत्व केवल हिंदुओं की पहचान है, इसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. जब सावरकर स्वयं कह रहे हैं कि हिंदुत्व का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है तो बार-बार हिंदुत्व को धर्म से क्यों जोड़ा जाता है."

राजनीति में धर्म का इस्तेमाल करना गलत

दिग्विजय सिंह ने कहा "सनातन धर्म के आयोजनों में कहा जाता है कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो. यही सनातन धर्म है. ये सनातन धर्म नहीं है कि हमारा कल्याण हो और हमारे दुश्मन का विनाश हो. आरएसएस और बीजेपी के लोग हमारे दुश्मन नहीं हैं. हम लोग धर्म को मानते है क्योंकि धर्म जोड़ता है और राजनीति तोड़ती है. धर्म का इस्तेमाल राजनीति में नहीं होना चाहिए." दिग्विजय सिंह ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस्लामिक देश में जाकर की जाने वाली बंधुत्व की बात और हिंदुस्तान में आकर हिंदुत्व की बात बड़ी अजीब है."

दिग्विजय सिंह बोले- मैं पक्का सनातनी हूं, सनातन धर्म का पालन करता हूं (ETV BHARAT)

मैं पक्का सनातनी हूं, सनातन धर्म का पालन करता हूं

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा "उनका नाम मुसलमान, ईसाई और सिख समुदाय से जोड़ा जाता है. मैं ऐसे लोगों को जवाब देना चाहता हूं कि सभी को साथ लेकर चलने की हम बात करते हैं. मेरे पिता गांधीवादी थे. 1939 में वे कांग्रेस में शामिल हुए और गांधी जी के अनुयायि बने. राघौगढ़ किले के अंदर जितने भी मंदिर हैं, उनमें हमने दलित वर्ग के लोगों को प्रवेश दिया था. इसके बाद भी दुनियाभर के लांछन मुझ पर लगाए जाते हैं, लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है. क्या-क्या नहीं कहा गया मेरे बारे में कि दिग्विजय सिंह मुसलमान हैं, ईसाई हैं, लेकिन इन सब बातों का जवाब में केवल एक बात से देना चाहता हूं कि मैं सनातन धर्म का पालन करने वाला व्यक्ति हूं."

इन सवालों के जवाब दें बीजेपी के नेता

दिग्विजय सिंह ने कहा "वर्ण व्यवस्था हमारे यहां पैदाइश से नहीं थी. ये कर्म से थी, वह तो बाद में पैदाइश से जोड़ दिया गया. कौन किस परिवार में जन्मेगा ये तो ईश्वर तय करता है, जो जिस धर्म में पैदा होगा, उस धर्म का अनुसरण करेगा. मैं बीजेपी के उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि अपने बच्चों को भी तुम क्या यही शिक्षा देते हो कि झगड़ा करो, मारपीट करो, झूठ बोलो."

इंदौर में दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

इंदौर में जीएस इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के दास गुप्ता सम्मान समारोह में दिग्विजय सिंह ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत में सर्वोच्च सम्मान मिला, उन्हें इसकी बधाई. लेकिन सवाल यह है कि मोदी जी की कथनी और करनी में बहुत अंतर है. विदेश में जाकर वह मस्जिदों में जाते हैं और इस्लामिक टोपी भी पहनते हैं और उनसे सम्मान लेते हैं लेकिन भारत में आकर वह दूसरा ही रूप दिखाते हैं."

राजगढ़/इंदौर: पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा "सनातन धर्म का पालन हम सभी लोग करते हैं, लेकिन सनातन धर्म में ये कहां लिखा है मुसलमानों को मारो." दिग्विजय सिंह ने सावरकर की एक पुस्तक का उदाहरण देते हुए कहा " हिंदुत्व केवल हिंदुओं की पहचान है, इसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. जब सावरकर स्वयं कह रहे हैं कि हिंदुत्व का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है तो बार-बार हिंदुत्व को धर्म से क्यों जोड़ा जाता है."

राजनीति में धर्म का इस्तेमाल करना गलत

दिग्विजय सिंह ने कहा "सनातन धर्म के आयोजनों में कहा जाता है कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो. यही सनातन धर्म है. ये सनातन धर्म नहीं है कि हमारा कल्याण हो और हमारे दुश्मन का विनाश हो. आरएसएस और बीजेपी के लोग हमारे दुश्मन नहीं हैं. हम लोग धर्म को मानते है क्योंकि धर्म जोड़ता है और राजनीति तोड़ती है. धर्म का इस्तेमाल राजनीति में नहीं होना चाहिए." दिग्विजय सिंह ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस्लामिक देश में जाकर की जाने वाली बंधुत्व की बात और हिंदुस्तान में आकर हिंदुत्व की बात बड़ी अजीब है."

दिग्विजय सिंह बोले- मैं पक्का सनातनी हूं, सनातन धर्म का पालन करता हूं (ETV BHARAT)

मैं पक्का सनातनी हूं, सनातन धर्म का पालन करता हूं

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा "उनका नाम मुसलमान, ईसाई और सिख समुदाय से जोड़ा जाता है. मैं ऐसे लोगों को जवाब देना चाहता हूं कि सभी को साथ लेकर चलने की हम बात करते हैं. मेरे पिता गांधीवादी थे. 1939 में वे कांग्रेस में शामिल हुए और गांधी जी के अनुयायि बने. राघौगढ़ किले के अंदर जितने भी मंदिर हैं, उनमें हमने दलित वर्ग के लोगों को प्रवेश दिया था. इसके बाद भी दुनियाभर के लांछन मुझ पर लगाए जाते हैं, लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है. क्या-क्या नहीं कहा गया मेरे बारे में कि दिग्विजय सिंह मुसलमान हैं, ईसाई हैं, लेकिन इन सब बातों का जवाब में केवल एक बात से देना चाहता हूं कि मैं सनातन धर्म का पालन करने वाला व्यक्ति हूं."

इन सवालों के जवाब दें बीजेपी के नेता

दिग्विजय सिंह ने कहा "वर्ण व्यवस्था हमारे यहां पैदाइश से नहीं थी. ये कर्म से थी, वह तो बाद में पैदाइश से जोड़ दिया गया. कौन किस परिवार में जन्मेगा ये तो ईश्वर तय करता है, जो जिस धर्म में पैदा होगा, उस धर्म का अनुसरण करेगा. मैं बीजेपी के उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि अपने बच्चों को भी तुम क्या यही शिक्षा देते हो कि झगड़ा करो, मारपीट करो, झूठ बोलो."

इंदौर में दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

इंदौर में जीएस इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के दास गुप्ता सम्मान समारोह में दिग्विजय सिंह ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत में सर्वोच्च सम्मान मिला, उन्हें इसकी बधाई. लेकिन सवाल यह है कि मोदी जी की कथनी और करनी में बहुत अंतर है. विदेश में जाकर वह मस्जिदों में जाते हैं और इस्लामिक टोपी भी पहनते हैं और उनसे सम्मान लेते हैं लेकिन भारत में आकर वह दूसरा ही रूप दिखाते हैं."

Last Updated : Dec 23, 2024, 6:18 PM IST
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