रायबरेली : नोटबंदी का वह दौर आपको याद होगा जब सुबह बैंकों के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलती थीं. लोग अपनी नींद खराब करके नोटों को बदलने के लिये लाइन में लग जाते थे. ऐसा हाल अब रायबरेली जिले में आधार कार्ड बनाने और अपडेट को लेकर नजर आ रहा है.
बता दें कि आधार बनवाने व संसोधन का काम जिले भर में विभिन्न बैंकों में चल रहा है. ऊंचाहार नगर के बैंक ऑफ बड़ौदा में भी यह कार्य चल रहा है, लेकिन आधार कार्ड बनवाने व अपडेट के लिए आने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उमस भरी गर्मी में बैंक के बाहर यह लोग जागकर रात बिता रहे हैं, ताकि सुबह बैंक खुलते ही इनका नम्बर आ सके. इस समस्या को दूर करने को लेकर की गई शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं. आधारकार्ड अपडेट कराने आने वाले लोग अपने बच्चों को लेकर बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने रात बिताने के लिए मजबूर हैं, लेकिन न तो यहां पर सुरक्षा के इंतजाम हैं और न ही पुलिस प्रशासन ही मौजूद है.
सरकार ने जब से राशनकार्ड धारकों को आधारकार्ड में अपडेट के नए नियम जारी किये हैं तब से लोग आधारकार्ड अपडेट करवाने के लिए परेशान हैं. हर कोई आधारकार्ड सेंटर के बाहर लाइन में खड़ा नजर आ रहा है. सरकार ने आदेश तो जारी कर दिए, लेकिन जिला प्रशासन ने उपभोक्ताओं के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए. ऊंचाहार के डाकघर और बीआरसी में आधारकार्ड अपडेट 2 बजे के बाद होता है. वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा में 35 लोगों से ज्यादा का नहीं होता है. ऊंचाहार में स्थित बैंक के बाहर महिलाएं, बच्चे और पुरुष रात बिताने के लिए इसलिए मजबूर हैं कि उनका नम्बर सुबह समय से आ जाए. जब इनसे बात की गई तो इन लोगों ने बताया कि पिछले पांच दिनों से यह दिक्कत आ रही है, लेकिन नम्बर नहीं आता है. प्रतापगढ़ जिले के सुंदरई गांव की रहने वाली राजकुमारी नाम की महिला ने बताया कि बच्चों के आधारकार्ड को अपडेट कराने के लिए पांच दिनों से चक्कर काट रही है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. आधारकार्ड अपडेट करने वाले ऑपरेटर का कहना है कि 35 से ज्यादा लोगों का आधार नहीं बनेगा.
उप जिलाधिकारी सिद्धार्थ चौधरी ने इस मामले में कहा कि फिलहाल उन्हें कोई शिकायत पत्र नहीं मिला है, लेकिन मीडिया के माध्यम से यह जानकारी मुझे मिली है कि बैंक व अन्य जगहों पर आधार कार्ड बनाने को लेकर समस्या आ रही है. इस संबंध में जानकारी करके आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.