सरगुजा: बारिश के दो महीने यानी कि सावन और भादो में खान-पान का खास ख्याल रखना पड़ता है. खान-पान की दृष्टि से ये दो माह बेहद संवेदनशील होता है. इस मौसम में जानकारी के अभाव में अगर वर्जित खाद्य पदार्थ कोई खा ले तो बड़ा नुकसान होने की संभावना बनी रहती है. आइए आपको हम बताते हैं कि सावन और भादो माह में कौन-कौन सी ऐसी चीजें हैं, जो नहीं खानी चाहिए.
जानिए क्या है डायटीशियन का मत: इस बारे में अधिक जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की डायटीशियन सुमन सिंह से बातचीत की है. उन्होंने बताया, "सावन-भादो में कई ऐसी चीजें होती है, जो खाने से हम बीमार पड़ सकते हैं. कई बार वो चीजें हमारे लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है. खासकर बारिश के दिनों में भाजी, बैगन और दही से लोगों को परहेज करना चाहिए. साथ ही दूध से बनी चीजों से भी लोगों को दूरी बरतनी चाहिए. ये चीजें बारिश के मौसम में कीड़ों के संपर्क में आ जाती है, जिसे खाना हमारे लिए जानलेवा साबित हो सकता है."
भाजी: सावन के महीने में भाजी नहीं खानी चाहिए, क्योंकि भाजियां हरे पत्तियों वाली होती है. बारिश के मौसम में हरे रंग के कीड़े पेड़-पौधे में, हरे पत्तों में पाए जाते हैं. भाजियां खाने से कई बार बारिश के मौसम में पनप रहे कीड़े भी हमारे आहार में आ जाते हैं, जो कि नुकसानदायक होते हैं.
बैंगन: बारिश के मौसम में बैगन भी नहीं खाना चाहिए. बैंगन में ऐसे भी सामान्य मौसम में भी कीड़े देखने को मिलते हैं, लेकिन बारिश के मौसम में कीड़े-मकोड़े की संख्या बढ़ जाती है, इसलिए कई सब्जियों और भाजी में भी कीड़े बढ़ जाते हैं. इसलिए कुछ सब्जी और भाजियों को खाना बरसात में यानी कि सावन-भादो के महीने में वर्जित रहता है.
दूध और दूध से बनी चीजें: मान्यताओं के अनुसार देखा जाए तो लोगों का कहना है कि दूध भगवान शिव पर चढ़ाया जाता है, इसलिए सावन माह में इसे नहीं खाना चाहिए. यदि हम साइंटिफिकली चीजों को देखें तो जैसे कि पहले बताया गया है कि सावन-भादों के महीने में या बारिश के महीने में कीड़े-मकोड़े की संख्या बढ़ जाती है. जो गाय या भैंस हरी घास, हरे पत्ते खाते हैं, जिसमें कीड़े-मकोड़े की संख्या बरसात के सीजन में बढ़ जाती है. कुछ जहरीले कीड़े-मकोड़े भी होते हैं, जिन्हें गाय या भैंस खा लेते हैं. उसका असर उनके दूध पर भी दिखता है. इस कारण दूध और दूध से बने पदार्थ सावन के महीने में खाना वर्जित माना जाता है.
इन चीजों से करें तौबा: सावन या बरसात का मौसम होता है थोड़ा मिलाजुला मौसम होता है. कभी ठंडी, कभी गर्मी का ये समय होता है. इस समय हमारा मेटाबॉलिज्म थोड़ा अलग होता है. पाचन क्षमता भी इतनी अच्छी नहीं होती. इस मौसम में दूध और दूध से बने पदार्थ जैसे-दही, मट्ठा आदि के कारण वात बढ़ जाता है जो की पचाने में थोड़ा मुश्किल होता है इस कारण से भी दूध एवं दूध से बने पदार्थ नहीं खाने चाहिए.
नोट: यहां लिखी सारी बातें डायटीशियन द्वारा कही गई बातें हैं. ईटीवी भारत इन बातों की पुष्टि नहीं करता है.