ETV Bharat / state

CPIML को नहीं मिली राज्यसभा सीट, दीपांकर भट्टाचार्य का छलका दर्द, बोले- 'गठबंधन की खातिर त्याग किया'

Bihar Rajya Sabha Election: पूरे देश में 56 राज्यसभा की सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होना है. बिहार में भी 6 सीटों पर चुनाव होगा. महागठबंधन में राज्यसभा सीटों का बंटवारा हो गया, लेकिन भाकपा माले को इस बार भी मौका नहीं मिला. इसका दर्द माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि गठबंधन धर्म निभाते हुए पार्टी ने त्याग किया है.

माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य
माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 14, 2024, 8:24 PM IST

Updated : Feb 15, 2024, 8:49 AM IST

माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य

पटना: बिहार में 3 अप्रैल को राज्यसभा की 6 सीट खाली हो जाएंगी. महागठबंधन में राज्यसभा सीटों का बंटवारा हो गया, लेकिन भाकपा माले को इस बार भी मौका नहीं मिला. इसका दर्द माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य के बयान में छलका है. दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि वाम दलों के कुल 16 विधायक हैं. राज्यसभा सीट की दावेदारी बनती थी, लेकिन कांग्रेस के खाते में सीट गई है और गठबंधन धर्म निभाते हुए पार्टी ने त्याग किया है.

राज्यसभा सीट नहीं मिलने से दीपांकर का छलका दर्द: माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कहा की पार्टी को एक सीट राज्यसभा में भी मिलनी चाहिए थी और विधान परिषद में भी मिलनी चाहिए. हमने विधानसभा चुनाव में भी समझौता किया था. इस बार भी समझौता करना पड़ा है. मल्लिकार्जुन खरगे का कल उनके पास फोन आया था. तेजस्वी यादव से भी बातचीत हुई. उसके बाद महागठबंधन के निर्णय के आधार पर इस बार के लिए पार्टी की ओर से राज्यसभा की दावेदारी को उन्होंने स्थगित कर दिया.

"वाम दलों के कुल 16 विधायक हैं. राज्यसभा सीट की दावेदारी बनती थी, लेकिन कांग्रेस के खाते में सीट गई है और गठबंधन धर्म निभाते हुए पार्टी ने त्याग किया है. चुनाव लड़ने पर पार्टी तय करेगी, लेकिन अगले चुनाव में पार्टी अपनी दावेदारी मजबूती से रखेगी. लोकसभा में नए समीकरण में उन्हें सम्मानजनक सीटें की उम्मीदें हैं." -दीपांकर भट्टाचार्य, माले महासचिव

चुनाव में सम्मानजनक सीटें की उम्मीदें: दीपांकर भट्टाचार्य ने खुद के लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि यह सब पार्टी तय करेगी. अगले चुनाव में पार्टी अपनी दावेदारी मजबूती से रखेगी. लोकसभा में नए समीकरण में उन्हें सम्मानजनक सीटें की उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब साथ थे तो उन लोगों ने 5 सीट की दावेदारी पेश की थी. अब अधिक सीटों की दावेदारी है. जल्द ही महागठबंधन में सीटों को लेकर के सब कुछ तय होगा. इसलिए चुनाव में गठबंधन लिए पार्टी ने जो त्याग किया है. उसके आधार पर उन्हें उम्मीद है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें सम्मानजनक सीटें मिलेगी.

ये भी पढ़ें

NDA उम्मीदवारों ने CM नीतीश की मौजूदगी में भरा पर्चा, कांग्रेस से अखिलेश सिंह फिर जाएंगे राज्यसभा

राहुल गांधी को भी राज्यसभा ही जाना होगा, सोनिया के राज्यसभा नामांकन पर सम्राट चौधरी का तंज

माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य

पटना: बिहार में 3 अप्रैल को राज्यसभा की 6 सीट खाली हो जाएंगी. महागठबंधन में राज्यसभा सीटों का बंटवारा हो गया, लेकिन भाकपा माले को इस बार भी मौका नहीं मिला. इसका दर्द माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य के बयान में छलका है. दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि वाम दलों के कुल 16 विधायक हैं. राज्यसभा सीट की दावेदारी बनती थी, लेकिन कांग्रेस के खाते में सीट गई है और गठबंधन धर्म निभाते हुए पार्टी ने त्याग किया है.

राज्यसभा सीट नहीं मिलने से दीपांकर का छलका दर्द: माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कहा की पार्टी को एक सीट राज्यसभा में भी मिलनी चाहिए थी और विधान परिषद में भी मिलनी चाहिए. हमने विधानसभा चुनाव में भी समझौता किया था. इस बार भी समझौता करना पड़ा है. मल्लिकार्जुन खरगे का कल उनके पास फोन आया था. तेजस्वी यादव से भी बातचीत हुई. उसके बाद महागठबंधन के निर्णय के आधार पर इस बार के लिए पार्टी की ओर से राज्यसभा की दावेदारी को उन्होंने स्थगित कर दिया.

"वाम दलों के कुल 16 विधायक हैं. राज्यसभा सीट की दावेदारी बनती थी, लेकिन कांग्रेस के खाते में सीट गई है और गठबंधन धर्म निभाते हुए पार्टी ने त्याग किया है. चुनाव लड़ने पर पार्टी तय करेगी, लेकिन अगले चुनाव में पार्टी अपनी दावेदारी मजबूती से रखेगी. लोकसभा में नए समीकरण में उन्हें सम्मानजनक सीटें की उम्मीदें हैं." -दीपांकर भट्टाचार्य, माले महासचिव

चुनाव में सम्मानजनक सीटें की उम्मीदें: दीपांकर भट्टाचार्य ने खुद के लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि यह सब पार्टी तय करेगी. अगले चुनाव में पार्टी अपनी दावेदारी मजबूती से रखेगी. लोकसभा में नए समीकरण में उन्हें सम्मानजनक सीटें की उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब साथ थे तो उन लोगों ने 5 सीट की दावेदारी पेश की थी. अब अधिक सीटों की दावेदारी है. जल्द ही महागठबंधन में सीटों को लेकर के सब कुछ तय होगा. इसलिए चुनाव में गठबंधन लिए पार्टी ने जो त्याग किया है. उसके आधार पर उन्हें उम्मीद है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें सम्मानजनक सीटें मिलेगी.

ये भी पढ़ें

NDA उम्मीदवारों ने CM नीतीश की मौजूदगी में भरा पर्चा, कांग्रेस से अखिलेश सिंह फिर जाएंगे राज्यसभा

राहुल गांधी को भी राज्यसभा ही जाना होगा, सोनिया के राज्यसभा नामांकन पर सम्राट चौधरी का तंज

Last Updated : Feb 15, 2024, 8:49 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.